फिलहाल अस्थाई रूप से हटाई गई रोक, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने की घोषणा
Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : पिछले दिनों बुसान के हवाई अड्डे पर विश्व की दो बड़ी आर्थिक महाशक्तियों ने राष्टÑ प्रमुखों (शी जिनपिंग व डोनाल्ड ट्रंप) के बीच मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात का असर अब दिखाई देना शुरू हो गया है। क्योंकि चीन ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अमेरिका को निर्यात होने वाले रेयर अर्थ जैसे गैलियम, जर्मेनियम, एंटीमनी पर से प्रतिबंध हटा दिया है।
हालांकि यह प्रतिबंध अभी अस्थाई रूप से हटाया गया है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि चीन आने वाले समय में भी इससे प्रतिबंध हटाकर रखेगा। चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, यह निलंबन घोषणा संख्या- 46 (2024) की दूसरी धारा पर लागू होगा और यह नौ नवंबर 2025 से 27 नवंबर 2026 तक प्रभावी रहेगा।
अमेरिका-चीन समझौता पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद
आपको बता दे कि पिछले माह जब बुसान एयरपोर्ट पर जब ट्रंप और जिनपिंग की मुलाकात हुई थी तो उसके बाद ट्रंप ने बयान देते हुए कहा था कि दोनों ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच सभी विवाद निपटा लिए गए हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि चीन के साथ समझौता एक साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। यह पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद होगा।
इस समझौते में चीन ने दुर्लभ खनिजों और अन्य महत्वपूर्ण सामग्रियों के निर्यात पर लगे निर्यात प्रतिबंधों को निलंबित करने, अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए जवाबी टैरिफ हटाने और अमेरिकी सोयाबीन, ज्वार और लकड़ी की बड़ी मात्रा में खरीद फिर से शुरू करने पर सहमति दी है। इसके अलावा, चीन अब नेक्सपेरिया की अपने देश में स्थित इकाइयों से व्यापार दोबारा शुरू करने की अनुमति देगा और सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी अमेरिकी कंपनियों की जांच खत्म करेगा।
अमेरिका ने चीन को यह आश्वासन दिया
इसके बदले में अमेरिका ने भी कुछ कदम उठाने पर सहमति जताई है। वह फेंटानिल नियंत्रण से जुड़े चीनी आयातों पर लगने वाले कुछ टैरिफ को 10 फीसदी तक घटाएगा। साथ ही, धारा 301 के तहत दी गई टैरिफ छूटों को अगले साल 10 नवंबर तक बढ़ाएगा। पहले इस धारा के तहत अमेरिका को इन औद्योगिकी पदार्थों के निर्यात पर रोक थी और ग्रेफाइट के निर्यात पर सख्त जांच की शर्तें थीं। वहीं, पहली धारा पहले की तरह लागू रहेगी, जिसमें अमेरिकी सेना या सैन्य उपयोग के लिए दोहर उपयोग वाली वस्तुओं के निर्यात पर रोक है।
ये भी पढ़ें : US Tariff Policy : नए टैरिफ से भर रहा अमेरिका का खजाना : ट्रंप