• मार्च में महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में सीबीआई ने मारा था छापा

ED Raids Ex-Chhattisgarh CM Baghel Home, (आज समाज), रायपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर कथित शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में नए सिरे से छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि मामले में नए सबूत मिलने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत संघीय जांच एजेंसी ईडी ने भिलाई सिटी में चैतन्य बघेल के घर की तलाशी ली। बता दें कि चैतन्य भिलाई में अपने पिता के साथ रहते हैं।

ईडी की र्कावाई को राजनीतिक घटनाक्रम से जोड़ा

चैतन्य बघेल के घर पर आज तड़के ईडी की टीम जब अपनी कार्रवाई कर रही थी, उसी दौरान भूपेश बघेल के कार्यालय ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई के समय को एक राजनीतिक घटनाक्रम से जोड़ा। कार्यालय की ओर से दावा किया गया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस द्वारा रायगढ़ में पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाने से कुछ घंटे पहले ही जासूसों को भेजा गया था। उन्होंने कहा, यह पहली बार नहीं है जब चैतन्य बघेल ईडी की जांच के घेरे में आए हैं।

शराब घोटाले से धन अर्जित करने का संदेह

ईडी ने इस साल मार्च में चैतन्य बघेल के खिलाफ इसी तरह छापे की कार्रवाई की। उस दौरान जांच एजेंसी ने कहा था कि उन पर कथित शराब घोटाले से धन प्राप्त करने का संदेह है। इससे पहले मार्च में महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में सीबीआई ने भी भूपेश बघेल के यहां छापा मारा था। उस समय भी, पूर्व सीएम ने आरोप लगाया था कि यह छापेमारी राजनीति से प्रेरित थी और 30 मार्च को प्रधानमंत्री के राज्य दौरे के समय हुई थी।

2,000 करोड़ से अधिक की वित्तीय हेराफेरी का आरोप

कुछ दिन पहले, एसीबी और ईओडब्ल्यू ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़े 39 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे थे, जिनमें दुर्ग-भिलाई, धमतरी और महासमुंद के ठिकाने शामिल थे। इस दौरान सोना, चांदी, 90 लाख रुपए नकद और विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए। ईडी वर्तमान में शराब घोटाले की जांच कर रहा है, जिसमें 2,000 करोड़ रुपए से अधिक की वित्तीय हेराफेरी का आरोप लगाते हुए एसीबी में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।

यह भी पढ़ें: Money Laundering: ईडी ने बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट