Encounter In Sukma District, (आज समाज), रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है। रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। पुलिस के अनुसार घटना जिले के किस्टाराम (Kistaram) इलाके की है। अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार से सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही थी। मुठभेड़ स्थल और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बल तलाशी अभियान चला रहे हैं। ज्यादा जानकारी की प्रतीक्षा है।

बुधवार को मारे गए 27 नक्सली

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के जंगलों में इसी सप्ताह बुधवार को सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में 27 नक्सली मारे गए थे। छत्तीसगढ़ में बस्तर रेंज के महानिरीक्षक (IG) पी सुंदरराज (P Sundararaj) ने बताया कहा कि मुठभेड़ में मारा गया सीपीआई (माओवादी) महासचिव बसवराजू सुरक्षा बलों और जनप्रतिनिधियों पर कई नक्सली हमलों की योजना बनाने में सक्रिय भूमिका निभाता था।

बसवराजू का मारा जाना बड़ी उपलब्धि : पी सुंदरराज

पी सुंदरराज ने बसवराजू के मारे जाने को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी उपलब्धि बताया। मौके से भारी मात्रा में एके-47 राइफल, एसएलआर-इंसास कार्बाइन और अन्य हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। अभियान में डीआरजी का एक जवान शहीद हो गया और कई अन्य घायल हो गए।

तीन दशक में पहली महासचिव स्तर का नेता ढेर किया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के तीन दशकों में यह पहली बार है कि सुरक्षा बलों ने महासचिव स्तर के किसी नेता को मार गिराया है। बसवराजू को नक्सली आंदोलन की रीढ़ बताते हुए अमित शाह ने कहा कि आपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के पूरा होने के बाद छत्तीसगढ़ में 54 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 84 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

प्रधानमंत्री ने भी की सुरक्षा बलों के प्रयासों की सराहना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नारायणपुर जिले में एक बड़े आपरेशन में शीर्ष सीपीआई-माओवादी नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू सहित 27 माओवादियों के मारे जाने के बाद भारतीय सुरक्षा बलों के प्रयासों की सराहना की। एक्स पर एक पोस्ट में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “इस उल्लेखनीय सफलता के लिए हमें अपने बलों पर गर्व है। हमारी सरकार माओवाद के खतरे को खत्म करने और हमारे लोगों के लिए शांति और प्रगति का जीवन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

ये भी पढ़ें : Chhattisgarh: मार्च-2026 तक बस्तर को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य : अरुण साव