• सेवानिवृत कमांडेंट बजरंग शर्मा सिधनवा बने ब्राह्मण सभा सिंदौलिया खाप चौरासी अध्यक्ष

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। ब्राह्मण सभा सिंदौलिया खाप चौरासी का चुनाव कार्यक्रम में सभी मौजिज पदाधिकारियों ने सेवानिवृत कमांडेंट बजरंग लाल शर्मा को सर्वसम्मति से अध्यक्ष, कमलसिंह ओबरा, इंदराज सिधनवा को कार्यकारी अध्यक्ष व सुनील शर्मा बाढडा को महासचिव पद पर चुना गया। पिछले बीस वर्षो से कामकाज संभाल रहे कमेटी के पूर्व सदस्यों ने सभी नवचयनित पदाधिकारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में समाज की मेद्यावी प्रतिभाओं व सामाजिक सेवाओं में अग्रणी पदाधिकारियों को सम्मानित भी किया गया।

कस्बे के ब्राह्मण भवन में ब्राह्मण सभा सिंदौलिया खाप चौरासी के सरंक्षक विजय मोटू की अगुवाई में चुनाव कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मौजूदा वयोवृद्ध अध्यक्ष मा. अमरचंद चैहड़, महासचिव अतर सिंह भांडवा व कोषाध्यक्ष सीताराम शर्मा ने सभा द्वारा पिछले तीस वर्ष में करवाए गए कामकाज पर प्रकाश डाला तथा युवाओं को आगे आने का आह्वान करते हुए अब तक के सहयोग के लिए सभी चौरासी गांवों के ग्रामीणों का धन्यवाद किया।

सरंक्षक विजय मोटू ने चुनाव कार्यक्रम के तहत सिंदौलिया खाप चौरासी के बावनी क्षेत्र के पदाधिकारियों को अध्यक्ष पद के लिए एक नाम चयन करने के लिए एक कमेटी का गठन किया वहीं खाप 25 के पदाधिकारियों को महासचिव, कोषाध्यक्ष व अन्य पदों पर रायशुमारी करवाई गई जिसमें सर्वसम्मति से सेवानिवृत कमांडेंट बजरंग लाल शर्मा पहाड़ी को सर्वसम्मति से अध्यक्ष, कमलसिंह ओबरा, इंदराज सिधनवा को कार्यकारी अध्यक्ष, मा. अतरसिंह भांडवा, धनसिंह शास्त्री, सुरेश जेवली, चेयरमैन रामशरण बिठन, ऋषि अठखेड़ा, दयानंद शर्मा, रामनिवास पिचौपा, दयानंद झांझड़ा, पूर्व बीडीसी नरेश डांडमा को उपाध्यक्ष व पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि सुनील शर्मा बाढडा को महासचिव पद पर चुना गया। सीताराम शर्मा व मा. रामनाथ मांढी को कोषाध्यक्ष, महिपाल हुई को संगठन सचिव, प्रेस प्रवक्ता पवन शर्मा काकड़ौली, विधानंद हंसावास व जगबीर शर्मा बाढड़ा को प्रेस प्रवक्ता, रमेश शास्त्री काकड़ौली, अनिल जेवली व रविंद्र चांदवास को आडिटर चुना गया। पूर्व निरीक्षक सत्यव्रत डालावास को कार्यालय सचिव, एडवोकेट रामपाल चांदवास को कानूनी सलाहकार, पवन डांडमा, पवन भांडवा को प्रचार मंत्री चुना गया है। तरसेम शर्मा बेरला को खाप पच्चीस अध्यक्ष व रमेश शास्त्री को मुख्य प्रवक्ता, पवन शर्मा को मिडिया प्रभारी व ब्राह्मण सभा सिंदौलिया खाप चौरासी के सरंक्षक विजय मोटू को लगातार तीसरी बार खाप सरंक्षक की जिम्मेवारी सौंपी गई।

समाज को जागरुक करें पदाधिकारी

ब्राह्मण सभा के नवनियुक्त अध्यक्ष बजरंग लाल शर्मा पहाड़ी ने कहा कि ब्राह्मण समाज को छतीस बिरादरी एकजुट होकर समाज को नया रास्ता दिखाना चाहिए। भगवान परशुराम भी शांति के समर्थक थे लेकिन अन्याय सहना उन्होंने नहीं सीखा। वह महापुरुष भगवान विष्णुजी के छटे अवतार व चिंरजीवी रहते हुए कई सदियों तक विश्व विजेता रहे जो उनके पराक्रम का उदाहरण है। इससे हमें सीख मिलती है धरती पर कभी अधर्म का सामना होने पर उसके विस्तार की बजाए उसको खत्म करना चाहिए। भगवान परशुराम के उपदेश भी अन्य धार्मिक पर्वो की भंाति आपसी भाईचारे का प्रतिक है।

ब्राह्मण सभा को प्रतिवर्ष इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर समाज को एकसूत्र में पिरोने का काम करती है। हमें छतीस बिरादरी को एकजुट समाज को कुरीतियों से मुक्त करवाना चाहिए। ब्राह्मण सभा सरंक्षक विजय मोटू ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक गतिविधियों में पूरी तरह सक्रिय रहना चाहिए। मानव जीवन में परोपकार का समावेश जरुरी है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने समाज की युवा पीढी को संस्कारयुक्त शिक्षा देने के लिए तत्पर रहना चाहिए। आज युवा पीढी पथभ्रष्ट हो रही है जिसको बचाने व समाज से नशा दूर करने के लिए मुहिम संचालित करना जरुरी है।

ये पदाधिकारी रहे मौजूद

चुनाव कार्यक्रम में सिंदौलिया खाप चौरासी के पूर्व अध्यक्ष मा. अमरचंद चैहड़, खाप सरंक्षक व हरियाणा छात्र संघर्ष समिति के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विजय मोटू, कोषाध्यक्ष सीताराम शर्मा, कन्नी अध्यक्ष रामनाथ शर्मा, नेकीराम शर्मा, डा. अजय शर्मा भांडवा, सरपंच प्रधुम्र शर्मा, कमलसिंह ओबरा, इंदराज सिधनवा, महेन्द्र शर्मा, रामकिशन शर्मा, प्रताप शर्मा, रामनिवास पिचौपा, कन्नी प्रधान प्रताप शर्मा, मा. तरुण शर्मा, रामनिवास शर्मा, प्रो. सोमदत शास्त्री, मा. अश्वनी बेरला, धनसिंह शास्त्री, पवन भांडवा, अनिल जेवली, राधेश्याम शर्मा, दिनेश उमरवास, पंकज शर्मा, जगबीर शर्मा, बिहारी, धनपत सिंह, प्रीतम मांढी, रामप्रताप, लक्षमीनारायण बिधनोई, रमेश शास्त्री भांडवा, पूर्ण उमरवास, सोमबीर बाढड़ा, सरपंच विजय हंसावास, देवराज शर्मा, पवन शर्मा काकड़ौली, जगदीश थानेदार, सत्यव्रत डालावास, पूर्ण उमरवास, हीरालाल शास्त्री, देशराम शर्मा, निरंजन लाल कारी इत्यादि मौजूद रहे।