• परिवार पहचान पत्र के झूठे रिकार्ड से छिना गरीब का राशन, जिले में सबसे अधिक बीपीएल कार्ड कटने से मचा हडक़ंप

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। प्रदेश सरकार द्वारा गरीब, भूमिहिन व विकलांग लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में संचालित बीपीएल योजना की समक्षा के नाम पर योग्य लाभपात्रों के नाम रातोंरात गायब करने से प्रत्येक गांव हडक़ंप मच गया है। माना जा रहा है कि बीपीएल सूचि में जिन चयनित परिवारों को गरीबी रेखा में शामिल किया गया है उनको पीपीपी रिकार्ड में कहीं भूमि का मालिक, कहीं बैंक का बड़ा लेनदेन तो कहीं वाहनों की मल्कियत दर्शाकर सूचि से बाहर कर दिया जबकी धरातल पर उनकी तीन पीढियां खुद के वाहन में सवारी नहीं कर पाई हैं। गरीब परिवार जब राशन की दुकानों पर जाते हें तो सूचि से नाम गायब मिलने पर मायूस होकर बैरंग लौट रहे हैं।

परिवार पहचान पत्र ने अपनी रिपोर्ट में कई लाभपात्रों को रातोंरात अमीर दर्शाकर उनके हितों से खिलवाड़ किया है

केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश सरकार गरीब, भूमिहिन परिवारों को बीपीएल योजना की अलग अलग श्रैणी में विभाजित कर लाभाविंत किया जा रहा है। योजना के तहत एसबीपीएल योजना के पांच किलोग्राम प्रति व्यक्ति राशन, एक किलोग्राम चीन्नी, तेल की बोतल व अंतयोदय एवाई योजना के तहत प्रति परिवार को 35 किलोग्राम राशन, एक किलोग्राम चीन्नी, तेल की बोतल के रुप में प्रतिमाह खाद्यान उपलब्ध करवाया जा रहा है वहीं पहली बार पीपीपी परिवार पहचान पत्र के आर्थिक सत्यापन में कई हजार परिवारों के मुहं से निवाला छिन गया है। परिवार पहचान पत्र ने अपनी रिपोर्ट में कई लाभपात्रों को रातोंरात अमीर दर्शाकर उनके हितों से खिलवाड़ किया है। पिछले चार माह में प्रत्येक गांव में पहुंचने वाले राशन में लगातार कटौती आने से राशन के लिए आने वाले लोग निराश होकर वापस लौट रहे हैं वहीं बीडीपीओ कार्यालय व एसडीएम कार्यालय सारा सिस्टम जिला मुख्यालय से संचालित होने के कारण हाथ खड़ा कर रहे हैं।

काकड़ौली निवासी बिमलेश, सुरेश स्वामी, रामसिंह बाढड़ा, अनिल कुमार, राजेन्द्र सिंह, आनंद कुमार, रामकली, कमला देवी, बीरमति, राजबाला इत्यादि ने बताया कि प्रदेश सरकार मनमानी बरत कर गरीब परिवारों के मुह से निवाला छिन रही है जो न्यायसंगत नहीं है। कई पात्र तो भूमिहिन हैं लेकिन पीपीपी में उनको वाहनों, कृषि भूमि का मालिक बताकर योजना से बाहर कर दिया वहीं कई बेरोजगारेां को उनके बैंक खातों में बड़ी राशी आने की बात कहकर सूचि में फेरबदल कर दिया जिससे उनमें रोष बना हुआ है। एक युवा ने बताया कि उसके पास साईकिल भी नहीं है लेकिन कहीं स्कारपियों तो कहीं ट्रेक्टर का मालिक दर्शा दिया और जब सारी जांच करवाई तो विभाग गलती बताकर जल्द दुरुस्त होने का भरोसा दे रहे है। लेकिन सरकारीतंत्र की कार्यवाही से उनका भरोसा उठ गया है। इस बारे में पीपीपी के नोडल अधिकारी सुनील धनखड़ ने बताया कि आमजन की समस्या को लेकर राज्य मुख्यालय में विशेष काम संचालित है और जल्द ही सुधार होने की उम्मीद है।

गरीब तबके को वोटबैंक के लिए इस्तेमाल किया

ग्रामीण क्षेत्र में बड़े स्तर पर गरीब परिवारों के राशन कार्ड काटे जाने पर विपक्ष भी हमलावर हो गई है । भिवानी नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन व इनेलो प्रदेश महासचिव विजय पंचगावां ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार ने बिना पूरी जांच किए राजनीतिक कारणों से लोगों के राशन कार्ड रद्द कर दिए, जिससे गरीब जनता भोजन और सरकारी योजनाओं से वंचित हो रही है। चुनाव के समय तो बीजेपी सरकार अनेक नए राशन कार्ड जारी कर देती हैं परंतु चुनाव के बाद गरीबों को उनके हकों से वंचित कर दिया जाता है। सरकार गरीबों के राशन कार्ड वापिस जारी करें नहीं तो इनेलो पार्टी सडक़ों पर उतर कर गरीबों की लड़ाई लड़ेगी।

जनता धैर्य बरतें जल्द सुधार होगा: मनोज दलाल

एसडीएम मनोज दलाल ने बताया कि यह मामले उनके संज्ञान में आया है और पीपीपी में सुधार कर राशन कार्ड पर धरातल,जमीनी स्तर की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। हमारी टीम धरातली स्तर पर जाकर परिवार की आय, रोजग़ार, संपत्ति, आदि का मूल्यांकन करेगी और फर्जी बीपीएल कार्ड को चिन्हित करना और निरस्त करना और जिनका नाम छूट गया है, उन्हें सही रिपोर्ट के आधार पर जोड़ा जाएगा ताकि सही लाभार्थियों को ही सस्ते दर पर राशन और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। गलत तरीके से फोर विकल फॅमिली आईडी मे हटाने के लिए नागरिक परिवार पहचान पत्र पोर्टल से आपत्ति व आवेदन लगा सकता है इसके जल्द ही पीपीपी और मोर्थ एक एपीआई को संचालित कर संसोधन कर रहे है। जिसके शुरू होते ही नागरिक की सामन्य पोर्टल से शिकायत लगाने के बाद अपने आप गलत रिपोर्ट हट जाएगी। और उसका राशन कार्ड पुन: चालू हो जाएगा।