- जिले में भाकियू ने सडक़ों पर उतरकर रोष जताया
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। चरखी दादरी व बाढड़ा उपमंडल क्षेत्र में रबी सीजन के प्रथम व अंतिम चरण में हुई बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि से बर्बाद गेहूं, सरसों की फसलों का मुआवजा ना जारी करने, किसानों की लंबित कनेक्षन न देने व डीएपी खरीद की सब्सिडी राशी का नगद भुगतान की नई शर्ते थोपने पर किसान संगठन भाकियू ने सोमवार को उपमंडल स्तर पर किसान महापंचायत आयोजित कर सडक़ों पर उतर कर रोष जताया तथा एसडीएम के माध्यम से सीएम नायब सिंह सैनी को ज्ञापन भेजा।
भाकियू अध्यक्ष हरपाल सिंह भांडवा की अध्यक्षता में कस्बे के जुई रोड़ स्थित सर छोटूराम किसान भवन में आयोजित बैठक में जिले भर के सैंकड़ों किसानों ने भागीदारी की तथा किसान भवन से एसडीएम कार्यालय तक रोष मार्च निकाला। वर्ष 2024-2025 की रबी सीजन में गेहूं, सरसों व सब्जियों की फसलों पर तीन बार की प्राकृतिक आपदा की मार के बावजूद सरकार अभी तक बजट जारी नहीं कर पाई है। इससे किसानों को वह फसल तो नाममात्र की प्राप्त हुई वहीं अब बार बार बरसात से उनको महंगे भाव का बीज खरीदना पड़ रहा है लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है।
वर्ष 2023 का बकाया मुआवजा एक चौथाई भी जारी नहीं किया और बीमा कंपनी सारा डकार गई वहीं अब सीएम व सरकार के अन्य जनप्रतिनिधि बार बार दावा करते थे कि रबी सीजन की फसल कटाई से पहले किसानों के खातों में नुकसान की राशी भेजी जाएगी लेकिन अब सरकार सारे मामले पर चुप्पी साधे हुए है जो न्यायसंगत नहीं है।
नुकसान का इतना लंबा अर्सा बीतने के बावजूद सुध न लेने से किसानों के सामने भुखमरी के हालात बन गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले के किसानों के साथ हर मामले में सौतेला बर्ताव किया जा रहा है। पहले तो छह माह तक डीएपी के दर्शन नहीं हुए और अब आपूर्ति की गई है तो उनपर सारी पूंजी एक साथ जमा करवाने की हिदायतें दे दी गई जबकी आजादी के बाद डीएपी व अन्य तरह के खाद, बीज की सब्सिडी खुद सरकार वहन करती है और किसान को केवल शेष पूजी का भुगतान करना पड़ रहा है जबकी सरकार अब किसान से लेकर उनको बाद में आनलाईन देने का दावा कर रही है जो किसानों के साथ भद्दा मजाक है।
देश में आज महंगाई व बेरोजगारी चरम पर है वहीं कृषि क्षेत्र पर प्राकृतिक आपदा की मार के कारण आज किसान आर्थिक बदहाली का शिकार है
सरकार द्वारा बार बार किसानों पर नई नई शर्ते लागू कर उनको आर्थिक परेशानी देने पर चिंता प्रकट की गई। सीएम को पिछले सप्ताह ही दादरी दौरे में इन किसानों की मांग को पूरा करना चाहिए था लेकिन एक शब्द भी नहीं बोला गया। देश में आज महंगाई व बेरोजगारी चरम पर है वहीं कृषि क्षेत्र पर प्राकृतिक आपदा की मार के कारण आज किसान आर्थिक बदहाली का शिकार है। प्रदेश के सीएम नायब सिंह सैनी को इस मामले पर तत्काल कदम उठाना चाहिए वरना जल्द ही राज्य स्तर पर किसान महापंचायत आयोजित कर सरकार से सीधा टकराव का रास्ता चुना जाएगा।
रोष प्रदर्शन में भाकियू महासचिव ओमप्रकाश उमरवास, सतबीर सिंह बाढड़ा, पूर्व सरपंच गिरधारी, पूर्व सरपंच वेदप्रकाश काकड़ौली, मांगेराम काकड़ौली, भूपसिंह दलाल, राम अवतार लाड, ऋषिराम भांडवा, सत्यप्रकाश, मांगेराम श्योराण, अशोक काकड़ौली, वीन बाढड़ा, ब्रहमपाल बाढड़ा, रणधीर हुई, करतार गोपी, ईश्वर सिंह, कमल सिंह हड़ौदी, आनंद वालिया, रामप्रकाश इत्यादि मौजूद रहे।