भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित है यह महापर्व
Chhath Puja Arghya Mantra, (आज समाज), नई दिल्ली: लोक आस्था का महापर्व छठ चल रहा है। ये महापर्व भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित है। छठ के महापर्व में भगवान सूर्य और छठी मैया की अराधना की जाती है। इस दौरान देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने के साथ ही करीब 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखा जाता है। शाम के समय डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य, जबकि सुबह उगते सूर्य को ऊषा अर्घ्य दिया जाता है।

आज यानी 27 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य और परसों 28 तारीख को उषा अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद इस छठ महापर्व का समापन हो जाएगा। छठ के महापर्व पर्व के दौरान सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते समय कुछ मंत्रों का जाप करना बहुत लाभकारी माना जाता है। आइए इन मंत्रों के बारे में जानते हैं।

सूर्य मंत्र

  • ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात।। ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
  • इस मंत्र का जाप करने से सेहत सुधरती है। साथ ही सूर्य देव से समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

सूर्य के बीज मंत्र

  • ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: ॐ घृणि: सूर्याय नम:
  • इस मंत्र का जाप करने से रुके और अटके काम बनने लगते हैं। जीवन में सफलता की नई राहें खुलती हैं।

सूर्य गायत्री मंत्र

  • ॐ आदित्याय विद्महे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात।।
  • इस मंत्र का जाप करने से जीवन की मुश्किलों से छुटकारा मिलाता है। साथ ही मानसिक शांति मिलती है।

सूर्य आदित्य हृदय स्तोत्र मंत्र

  • ॐ अस्य आदित्यह्रदय स्तोत्रस्य अगस्त्यऋषि: अनुष्टुप्छन्द: आदित्यह्रदयभूतो भगवान् ब्रह्मा देवता निरस्ताशेषविघ्नतया ब्रह्माविद्यासिद्धौ सर्वत्र जयसिद्धौ च विनियोग:।।
  • इस मंत्र का जाप आत्मविश्वास बढ़ाता है। मंत्र के जाप से पिता-पुत्र के संबंध सुधरते हैं। घर में शांति बनी रहती है।
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