मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं होती हैं पूरी 
Masik Shivratri, (आज समाज), नई दिल्ली: हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 18 नवंबर को मासिक शिवरात्रि है। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है।

मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है और अविवाहितों के शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। धार्मिक मत है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। अगर आप भी शिव-शक्ति की कृपा पाना चाहते हैं, तो मासिक शिवरात्रि के दिन पूजा के समय शिवजी के नामों का जप करें।

भगवान शिव के 108 नाम

1. ॐ महाकाल नम:

2. ॐ भीमेश्वर नम:

3. ॐ विषधारी नम:

4. ॐ बम भोले नम:

5. ॐ विश्वनाथ नम:

6. ॐ अनादिदेव नम:

7. ॐ उमापति नम:

8. ॐ गोरापति नम:

9. ॐ गणपिता नम:

10. ॐ ओंकार स्वामी नम:

11. ॐ ओंकारेश्वर नम:

12. ॐ शंकर त्रिशूलधारी नम:

13. ॐ भोले बाबा नम:

14. ॐ शिवजी नम:

15. ॐ रुद्रनाथ नम:

16. ॐ भीमशंकर नम:

17. ॐ नटराज नम:

18. ॐ प्रलेयन्कार नम:

19. ॐ चंद्रमोली नम:

20. ॐ डमरूधारी नम:

21. ॐ चंद्रधारी नम:

22. ॐ दक्षेश्वर नम:

23. ॐ घ्रेनश्वर नम:

24. ॐ मणिमहेश नम:

25. ॐ अनादी नम:

26. ॐ अमर नम:

27. ॐ आशुतोष महाराज नम:

28. ॐ विलवकेश्वर नम:

29. ॐ भोलेनाथ नम:

30. ॐ कैलाश पति नम:

31. ॐ भूतनाथ नम:

32. ॐ नंदराज नम:

33. ॐ नन्दी की सवारी नम:

34. ॐ ज्योतिलिंग नम:

35. ॐ मलिकार्जुन नम:

36. ॐ शम्भु नम:

37. ॐ नीलकंठ नम:

38. ॐ महाकालेश्वर नम:

39. ॐ त्रिपुरारी नम:

40. ॐ त्रिलोकनाथ नम:

41. ॐ त्रिनेत्रधारी नम:

42. ॐ बफार्नी बाबा नम:

43. ॐ लंकेश्वर नम:

44. ॐ अमरनाथ नम:

45. ॐ केदारनाथ नम:

46. ॐ मंगलेश्वर नम:

47. ॐ अर्धनारीश्वर नम:

48. ॐ नागार्जुन नम:

49. ॐ जटाधारी नम:

50. ॐ नीलेश्वर नम:

51. ॐ जगतपिता नम:

52. ॐ मृत्युन्जन नम:

53. ॐ नागधारी नम:

54. ॐ रामेश्वर नम:

55. ॐ गलसर्पमाला नम:

56. ॐ दीनानाथ नम:

57. ॐ सोमनाथ नम:

58. ॐ जोगी नम:

59. ॐ भंडारी बाबा नम:

60. ॐ बमलेहरी नम:

61. ॐ गोरीशंकर नम:

62. ॐ शिवाकांत नम:

63. ॐ महेश्वराए नम:

64. ॐ महेश नम:

65. ॐ संकटहारी नम:

66. ॐ महेश्वर नम:

67. ॐ रुंडमालाधारी नम:

68. ॐ जगपालनकर्ता नम:

69. ॐ पशुपति नम:

70. ॐ संगमेश्वर नम:

71. ॐ अचलेश्वर नम:

72. ॐ ओलोकानाथ नम:

73. ॐ आदिनाथ न

74. ॐ देवदेवेश्वर नम:

75. ॐ प्राणनाथ नम:

76. ॐ शिवम् नम:

77. ॐ महादानी नम:

78. ॐ शिवदानी नम:

79. ॐ अभयंकर नम:

80. ॐ पातालेश्वर नम:

81. ॐ धूधेश्वर नम:

82. ॐ सर्पधारी नम:

83. ॐ त्रिलोकिनरेश नम:

84. ॐ हठ योगी नम:

85. ॐ विश्लेश्वर नम:

86. ॐ नागाधिराज नम:

87. ॐ सर्वेश्वर नम:

88. ॐ उमाकांत नम:

89. ॐ बाबा चंद्रेश्वर नम:

90. ॐ त्रिकालदर्शी नम:

91. ॐ त्रिलोकी स्वामी नम:

92. ॐ महादेव नम:

93. ॐ गढ़शंकर नम:

94. ॐ मुक्तेश्वर नम:

95. ॐ नटेषर नम:

96. ॐ गिरजापति नम:

97. ॐ भद्रेश्वर नम:

98. ॐ त्रिपुनाशक नम:

99. ॐ निर्जेश्वर नम:

100. ॐ किरातेश्वर नम:

101. ॐ जागेश्वर नम:

102. ॐ अबधूतपति नम:

103. ॐ भीलपति नम:

104. ॐ जितनाथ नम:

105. ॐ वृषेश्वर नम:

106. ॐ भूतेश्वर नम:

107. ॐ बैजूनाथ नम:

108. ॐ नागेश्वर नम:

ये भी पढ़ें: मनचाहा साथी पाने के लिए सोम प्रदोष पर करें ये उपाय