Chandigarh News: संगीतमाला कल्चरल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा विख्यात संगीतकार एवं गायक आर.डी. बर्मन की 86वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य लाइव संगीत कार्यक्रम ‘ये शाम मस्तानी’ का आयोजन बंग भवन, सेक्टर-35, चंडीगढ़ में किया गया। सोसाइटी के चेयरमैन अरूप ठाकुर के नेतृत्व में आयोजित इस संगीतमय संध्या में शौक़ीन कलाकारों ने कराओके ट्रैक पर आर.डी. बर्मन के सदाबहार गीतों की प्रस्तुतियाँ देकर श्रोताओं को सुरमयी अनुभव कराया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में एंकर एवं गायिका गुलशन सोनी तथा रफ़ी नाइट्स के आयोजक बी.डी. शर्मा जी उपस्थित रहे। वहीं, विशेष अतिथि के तौर पर संगीत शिक्षिका एवं पेशेवर गायिका यशी शर्मा और प्रसिद्ध गायक टोनी बवा जी ने समारोह की शोभा बढ़ाई। मंच संचालन की ज़िम्मेदारी कंचन भल्ला जी ने कुशलता से निभाई।
कार्यक्रम में 45 प्रसिद्ध गीतों की प्रस्तुति दी गई। गायक अरूप ठाकुर जी ने “मेरी भीगी भीगी सी” गीत को  बांग्ला भाषा में प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। इसके बाद उन्होंने “ये शाम मस्तानी” गाकर दर्शकों का दिल जीत लिया। पेशेवर गायिका यशी शर्मा और गायक कर्मवीर ने “वादा करो नहीं छोड़ोगे” गीत में सुंदर संगत की। वहीं, उन्होंने “मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है” की एकल प्रस्तुति से माहौल को भावुक बना दिया।
कार्यक्रम की अन्य प्रस्तुतियाँ भी उतनी ही प्रभावशाली रहीं, जिन्होंने श्रोताओं को बार-बार तालियाँ बजाने पर मजबूर कर दिया। गायक रिपु दमन और गायिका पुनिता ने “नी सुल्ताना रे” गीत को अपनी आवाज़ में प्रस्तुत कर समां बाँध दिया। सुरेंद्र कक्कड़ और अनुराधा की जोड़ी ने “देखो मैंने देखा है एक सपना” गीत पर अपनी मधुर परफॉर्मेंस से सभी का दिल जीत लिया।
गायक कुमार सामंत और गायिका गुलशन सोनी जी ने “तेरे बिना ज़िंदगी से” गीत को इतनी भावनात्मक गहराई से प्रस्तुत किया कि माहौल भाव-विभोर हो गया। इसके बाद कुमार सामंत ने अपनी एकल प्रस्तुति “कुछ न कहो” से भी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। गायक तरसेम राज जी ने “वादियाँ मेरा दामन” गीत गाकर कार्यक्रम में पहाड़ी ठंडक सी मिठास भर दी।
वहीं गायिका अनामिका ने “ये लड़का हाय अल्लाह” गीत गाकर पुराने ज़माने यादों को ताज़ा कर दिया। गायक एम.पी. सिंह की “ऐसे न मुझे तुम देखो” की प्रस्तुति ने सुरों का एक नया ही जादू रचा। आर्यन द्वारा “रैना बीती जाए” की प्रस्तुति ने श्रोताओं को गहरे भावों से जोड़ दिया।
गायक अनिरुद्ध जी की “यम्मा यम्मा”व आर सी दास जी की “गुलाबी आँखे” की दमदार परफॉर्मेंस ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया, जबकि गायक जयदीप सिंह की “चिंगारी कोई भड़के” जैसी शानदार प्रस्तुतियों ने शाम को परिपूर्ण बना दिया।
इसके अलावा गायक व गायिकाओ ने दिलबर दिल से प्यारे, बाहों में चले आओ; भीगी भीगी रातों में;  मेरे नैना सावन भादो; रात कली एक ख्वाब; बचना ए हसीनों; ओ मेरे दिल के चैन; ए री पवन, जैसे गीतों पर  अपनी शानदार प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम में साउंड प्रबंधन राजेश कोहली ने किया।
इस अवसर पर पेशेवर गायिका यशी शर्मा और प्रसिद्ध गायक टोनी बावा ने कहा कि आर.डी. बर्मन का संगीत भारतीय सिनेमा की आत्मा है। यह आयोजन उनकी धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक सराहनीय प्रयास है।अंत में आयोजक अरूप ठाकुर ने कहा कि यह संध्या आर.डी. बर्मन को हमारी ओर से सच्ची श्रद्धांजलि थी। उनके गीत हर पीढ़ी को प्रेरणा देते हैं और हमेशा अमर रहेंगे।