Chandigarh news: (आज समाज): आज इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस (आईएसबी) में एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम (एएमपी) के 2025 के बैच के लिए ग्रेजुएशन समारोह का आयोजन किया गया। इस साल चार विशेषज्ञ कोर्सों में कुल 173 विद्यार्थी ग्रेजुएट हुए हैं। इनमें से 53 ने एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर हैल्थकेयर (एएमपीएच), 26 ने एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर इन्फ्रास्ट्रक्चर (एएमपीआई), 46 ने एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम इन ऑपरेशंस एंड सप्लाई चेन (एएमपीओएस) और 48 ने एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम इन पब्लिक पॉलिसी (एएमपीपीपी) में अपनी उपाधि प्राप्त की।
अपने मुख्य संबोधन में मिस एस राधा चौहान, चेयरपर्सन, कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन (सीबीसी), भारत सरकार ने आज अपनी उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की सराहना की। उन्होंने विकसित भारत 2047 का सपना पूरा करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह शिक्षा का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है, जब विद्यार्थी अपने द्वारा प्राप्त की गई शिक्षा का उपयोग जिम्मेदारी के साथ करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना शुरू करते हैं और सफलता प्राप्त करते हैं। मैनेजमेंट में तेजी से होते परिवर्तन के बारे में उन्होंने अपना एक व्यक्तिगत किस्सा सुनाया, जब उन्होंने अपनी स्पीच तैयार करने के लिए एआई का उपयोग किया। उन्होंने देखा कि इसका आउटपुट उनकी उम्मीद से भी बेहतर था।
उन्होंने कहा कि यह अनुभव विकसित होती हुई टेक्नोलॉजी की संभावनाओं और चुनौतियों, दोनों का स्मरण कराता है। श्री राकेश भारती मित्तल, चेयरमैन, आईएसबी मोहाली कैंपस एडवाईज़री बोर्ड एवं वाईस चेयरमैन, भारती एंटरप्राईज़ेस ने कैंपस को-फाउंडर और टेलीकम्युनिकेशन उद्योग के नेतृत्वकर्ता के रूप में प्राप्त किए गए अपने अनुभव के बारे में बताया। उन्होंने एआई के प्रति आशान्वित रहते हुए सावधान रहने का परामर्श दिया। प्रोफेसर मदन पिलुटला, डीन, आईएसबी ने चारों कठोर प्रोग्राम्स के ग्रेजुएट्स को बधाई दी।
उन्होंन भारत के समावेशी और मजबूत भविष्य के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आईएसबी ने अपने 25वें वर्ष में प्रवेश कर लिया है। इस संस्थान के गठन का उद्देश्य ऐसे नेतृत्वकर्ताओं का विकास करना है, जो वैश्विक नजरिए से सोचते हों और स्थानीय वास्तविकताओं के अनुसार काम करते हों।


