Chandigarh News: भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा की जिला इकाई की एक महत्वपूर्ण बैठक आज बरवाला (पंचकूला) में आयोजित हुई। बैठक में जिला सचिव लच्छी राम शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष गुरमीत सिंह, लाभ सिंह, बोर्ड के संयुक्त सचिव अजमेर सिंह देसवाल, ए.डब्ल्यू.ओ. रणधीर सिंह और रमेश राणा शामिल हुए। यह बैठक सरकार द्वारा निर्माण मजदूरों की सुविधा राशि पर लगाई गई रोक और लेबर कोड्स के खिलाफ संघर्ष को लेकर आयोजित की गई, जो बेनतीजा रही।
यूनियन के जिला सचिव लच्छी राम शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार के दौरान श्रम कल्याण बोर्ड में व्यापक भ्रष्टाचार व्याप्त है, जिसका सीधा असर प्रदेश के हजारों निर्माण मजदूरों पर पड़ रहा है। पिछले तीन महीनों से एक भी मजदूर को कल्याण की सुविधा राशि नहीं मिली है और “जांच” के नाम पर DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) पर पूर्णतः रोक लगा दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई मजदूरों के हक को छीनने की साजिश है, जबकि भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी व दलाल खुलेआम घूम रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बोर्ड में पंजीकरण से लेकर सुविधा राशि जारी करने तक हर स्तर पर दलाली और कमीशन का खेल चल रहा है। सरकार ने ट्रेड यूनियनों को कल्याण बोर्ड से बाहर कर दिया है, जिससे असली मजदूरों को अधिकारों से वंचित किया जा रहा है और दलालों का बोलबाला बढ़ा है।
लेबर कोड के खिलाफ तीखा विरोध
यूनियन ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित चार लेबर कोड्स को मजदूर विरोधी करार देते हुए कहा कि ये कानून श्रमिकों को गुलाम बना देंगे। इन कोड्स में न तो न्यूनतम वेतन की गारंटी है और न ही कार्य समय की कोई स्पष्ट सीमा, जिससे मजदूरों का शोषण और बढ़ेगा। यूनियन इन कोड्स का पुरजोर विरोध करती है और 9 जुलाई को होने वाली राष्ट्रव्यापी मजदूर हड़ताल में बड़े पैमाने पर निर्माण मजदूरों की भागीदारी सुनिश्चित करेगी।