(Chandigarh News) मोहाली। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) ने देश को समर्पित अपनी 34 वर्षों की प्रभावशाली सेवा को गर्व के साथ पूरा किया है। पिछले तीन दशकों में, एसटीपीआई ने सॉफ्टवेयर निर्यात में निरंतर वृद्धि और एक सक्रिय तकनीकी स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देकर भारत के आईटी क्षेत्र को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो डिजिटल रूप से सशक्त भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

एसटीपीआई इकोसिस्टम से जुड़े स्टार्टअप्स ने अब तक निवेशकों से 574 करोड़ रुपये का फंड जुटाया है।

एसटीपीआई के 34वें स्थापना दिवस पर, एसटीपीआई के महानिदेशक श्री अरविंद कुमार ने कहा कि आज एसटीपीआई के लिए गर्व का क्षण है। एसटीपीआई ने तीन केंद्रों से अपनी शुरुआत की थी, जब आईटी उद्योग अभी शुरुआती दौर में था। अब एसटीपीआई के देश भर में 67 केंद्र हैं, जिन्होंने आईटी उद्योग को बदलने में अहम भूमिका निभाई है। वर्ष 2024-25 में, एसटीपीआई से पंजीकृत इकाइयों का निर्यात रुपए 10 लाख करोड़ से अधिक हो गया है।

भारत सरकार के निर्देशानुसार, एसटीपीआई टियर-2 और टियर-3 शहरों में आईटी उद्योग के विस्तार के लिए काम कर रहा है ताकि समावेशी विकास हो सके। साथ ही, एसटीपीआई अपने 24 उद्यमिता केंद्रों और एनजीआईएस के जरिए पूरे भारत में टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दे रहा है और अब तक 1400 से ज्यादा स्टार्टअप्स का समर्थन किया है। एसटीपीआई इकोसिस्टम से जुड़े स्टार्टअप्स ने अब तक निवेशकों से 574 करोड़ रुपये का फंड जुटाया है।

आईटी/आईटीईएस निर्यात, इनक्यूबेशन और डेटा संचार सेवाओं को सुविधाजनक बनाने के साथ शुरू हुई एसटीपीआई देश के डिजिटल और इनोवेशन इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन गई है। हम पूरे देश में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं, ताकि इनोवेशन सभी के लिए समान रूप से सुलभ हो सके। यह खास तौर पर उत्साहजनक है कि एसटीपीआई के तहत आने वाले 44 प्रतिशत स्टार्टअप महिलाओं द्वारा संचालित हैं, जिनमें से कई छोटे शहरों और कस्बों से आती हैं।