Chandigarh news: (आज समाज): Panchkula: श्री रघुनाथ ड्रामेटिक क्लब सेक्टर 15 पंचकूला व श्री राम सेवादार ट्रस्ट पंचकुला समिति के पदाधिकारियों दोबारा रामलीला मंचन और दशहरा पर्व को लेकर एक प्रेस वार्ता का आयोजन अग्रवाल भवन सेक्टर 16 पंचकूला में आयोजित किया गया।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री रघुनाथ ड्रामाटिक क्लब सेक्टर 15 से संजीव मनचंदा और श्री राम सेवादार ट्रस्ट से मुकेश बंसल ने बताया कि सेक्टर 15 में पिछले 40 वर्षों से रामलीला का आयोजन किया जा रहा है जिसका जिसमें पूरे शहर से लोगों का भरी प्यार रामलीला के कलाकारों को मिलता है।
रामलीला मंचन का उद्देश्य लोगों को अपनी संस्कृति से परिचित करवाना है ताकि युवाओं में नैतिक मूल्यों का विकास हो सके और भगवान श्री राम के दर्शन पर चलकर युवा देश और समाज में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके।
श्री रघुनाथ ड्रामेटिक क्लब व श्री राम सेवादार ट्रस्ट पंचकुला समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि इस बार दर्शकों को तकनीक और परंपरा का अनोखा मेल देखने को मिल रहा हैं विशाल एलईडी स्क्रीन पर रामायण के प्रमुख प्रसंगों का सीधा प्रसारण हो रहा हैं वहीं, सीता स्वयंवर का दृश्य खास मंच और रंग-बिरंगी आतिशबाजी के बीच साकार किया जाएगा।
रावण-जटायु का हवाई युद्ध, सीता हरण कर हवा में पुष्पक विमान दिखाई देना , मेघनाथ द्वारा लक्ष्मण की को शक्ति बान मारना ,मेघनाथ का अदृश्य होना ,मायावी राक्षसों का संहार और भगवान राम द्वारा अग्निबाण-वर्षा जैसे प्रसंग हाई-टेक तकनीक की मदद से जीवंत बनाए जाएंगे।
रामलीला का संचालन कर रहे श्री रघुनाथ ड्रामेटिक क्लब से बातचीत की संजीव मनचंदा प्रधान ,आकाश शर्मा महासचिव व श्री राम सेवादार ट्रस्ट से मुकेश बंसल , ने बताया कि, “पहले कलाकारों को डायलॉग जोर से बोलकर दर्शकों तक पहुंचाने पड़ते थे। हालांकि अब उनका काम थोड़ा आसान हो गया है। अब कॉलर माइक और एलईडी स्क्रीन के जरिए प्रस्तुति सरल और आकर्षक हो गई है।
पहले कलाकार कविता शैली में संवाद करते थे। हालांकि अब थिएटर के प्रभाव से डायलॉग्स को अधिक नाटकीय और प्रभावशाली बनाया गया है। अब पर्दे बदलने के साथ साथ ,एलईडी बैकग्राउंड और एनिमेशन का प्रयोग हो रहा है, जिससे दृश्य अधिक जीवंत दिखते हैं और दर्शकों को रोचक लगते हैं।
इसलिए रामलीला को बनाना पड़ा हाईटेक”नरेश मल्होत्रा , राकेश गोयल का मानना है कि पहले के समय में जब मनोरंजन के साधन सीमित थे, तो रामलीला पंडाल दर्शकों से भरे रहते थे। अब डिजिटल युग में मोबाइल की मौजूदगी ने प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है, इसलिए रामलीला को भी तकनीकी रूप से हाईटेक बनाना पड़ा। रामलीला भारतीय संस्कृति की आत्मा है और हमें गर्व होना चाहिए कि हम इस विरासत से जुड़े हैं।”
यह शहर की सबसे पुरानी रामलीला क्लब हैं इसकी अनोखी प्रस्तुति देखने के लिए न केवल स्थानीय लोग, बल्कि दूर-दराज के क्षेत्रों से भी दर्शक बड़ी संख्या में जुटते हैं । रामलीला सिर्फ परंपरा नहीं है बल्कि कई कलाकारों ने भी अपने करियर की शुरुआत रामलीला मंच से की थी श्री रघुनाथ ड्रामेटिक क्लब से भी कई कलाकार बॉलीवुड और पंजाबी इंडस्ट्री तक पहुंच चुके हैं ।
रामलीला एक सांस्कृतिक परंपरा ही नहीं बल्कि श्रद्धा का प्रतीक है
मौजूदा समय में रामलीला एक सांस्कृतिक परंपरा ही नहीं, बल्कि सामाजिक सहयोग, तकनीकी नवाचार और थिएटर कला का संगम बन चुकी है। बदलते समय के साथ रामलीला का मंच अब केवल श्रद्धा का प्रतीक नहीं, बल्कि नए कलाकारों के लिए सीखने और खुद को साबित करने का एक सशक्त माध्यम भी बन गया है।
श्री रघुनाथ ड्रामेटिक क्लब व श्री राम देवदार ट्रस्ट इस वर्ष की रामलीला 21-09-2025 से 03-10-2025 तक होगी और भाया दशहरा 02-10-2025 को धूमधाम से मनाया जाएगा । उन्होंने कहा की रामलीला का उद्देश्य अधर्म पर धर्म, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है।
शुरू से ही देशभर में विजयादशमी से पहले रामलीला का मंचन होता आ रहा है, जिसमें कलाकार भगवान श्री राम, रावण और अन्य पात्रों की भूमिकाएं निभा कर उस पात्र को मंच पर जीवंत कर देते हैं। हालांकि समय के साथ-साथ रामलीला के मंचन पर, पात्र के डायलॉग्स सहित कई चीजों में बदलाव हुआ है।आधुनिकता की होड़ में रामलीला को और भी हाईटेक तरीके से कलाकार और रामलीला के संचालक दर्शकों के सामने पेश करते आ रहे हैं।
इस अवसर पर संजीव मनचंदा , आकाश शर्मा , नितिन शर्मा , नरेश मल्होत्रा , अशोक नारंग , कीरत सिंह , हरिंदर शर्मा , अचल वोहरा , मुकेश बंसल , राकेश गोयल , राज मित्तल , पुनीत बंसल , विकास गोयल , लक्ष्मण खन्ना , मोहित सूरी , एम आर गोयल , सुभाष सिंगला , परवीन गोयल , अमित गोयल, जय राज गर्ग , राकेश गुप्ता , जसविंदर कौर आदि उपस्थित रहे ।