- साझेदारी के तहत पहले कदम के तौर पर शुरू की गई ‘साहस फेलोशिप’
(Chandigarh News) मोहाली। समावेशी और सतत गतिशीलता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, पंजाब पुलिस के ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा विंग ने आज हरटेक फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस सहयोग का उद्देश्य एक लैंगिक-संवेदनशील और डेटा-आधारित दृष्टिकोण के माध्यम से सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त, यह साझेदारी सड़क पर ट्रैफिक अधिकारियों की दृश्यता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए सौर ऊर्जा चालित ढाँचों जैसे ट्रैफिक सहायता केंद्रों, विश्राम स्टेशनों, सोलर हेलमेट आदि के अनुसंधान और विकास को भी समर्थन प्रदान करेगी।
यह समझौता ज्ञापन लिंग और आयु आधारित अलग-अलग आंकड़ों को एकत्र कर उनके विश्लेषण के माध्यम से सड़क सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत करने, परिवहन अवसंरचना में लिंग असमानताओं को दूर करने और सार्वजनिक स्थलों को अधिक सुरक्षित और सुलभ बनाने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसमें परिवहन और सार्वजनिक सुरक्षा क्षेत्रों में निर्णय लेने और संचालन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की भी परिकल्पना की गई है।
इस समझौते के तहत पहले कदम के रूप में पंजाब पुलिस–हरटेक फाउंडेशन फेलोशिप “साहस” (सैफ एक्सेस एंड एडवांसमेंट फॉर हर थ्रूह अवेयरनेस एंड सस्टेनेबिलिटी) का शुभारंभ किया गया है। यह अग्रणी फेलोशिप—जो किसी पुलिस विभाग द्वारा शुरू की गई भारत की पहली फेलोशिप है—पंजाब रोड सेफ्टी एंड ट्रैफिक रिसर्च सेंटर के माध्यम से क्रियान्वित की जाएगी। इसका उद्देश्य अनुसंधान, नवाचार और जमीनी हस्तक्षेप को समर्थन देना है, जो सतत विकास लक्ष्यों (एस डी जी) 3, 9 और 11 के अनुरूप, लिंग-समानता पर आधारित गतिशीलता समाधान को बढ़ावा देते हैं।
ए.एस. राय, आईपीएस, एडीजीपी (ट्रैफिक एवं सड़क सुरक्षा), पंजाब ने कहा कि, साहस फेलोशिप समावेशी और सतत सड़क सुरक्षा प्रणाली के निर्माण की दिशा में एक साहसिक कदम है। यह तो सिर्फ शुरुआत है—इस साझेदारी के अंतर्गत कई और पहलें सामने आएंगी, जो पंजाब में गतिशीलता के भविष्य को नया आकार देंगी।सुश्री हरकीरत कौर, सीईओ, हरटेक फाउंडेशन ने बताया कि, यह फेलोशिप पंजाब पुलिस के साथ हमारी गहरी समानता को दर्शाती है—दरअसल यह सभी के लिए समानता, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के हमारे साझा प्रयास का प्रतीक है।डॉ. नवदीप असीजा, निदेशक, पंजाब रोड सेफ्टी एंड ट्रैफिक रिसर्च सेंटर, और सिमरप्रीत सिंह, कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ, हरटेक ग्रुप ने इस पहल को एक ऐसी अग्रणी पहल बताया – जो उभरती सुरक्षा और परिवहन चुनौतियों का समाधान करने के लिए सार्वजनिक संस्थानों और उद्योग को एक साथ लाती है।गौरव यादव, आईपीएस, पुलिस महानिदेशक, पंजाब ने बल देते हुए कहा कि, पुलिसिंग में, विशेष रूप से ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा में, लिंग समावेशिता को लाना हमारी मूल प्राथमिकता है।
33 प्रतिशत महिला कर्मियों वाली सड़क सुरक्षा बल की शुरुआत एक बुनियादी कदम था। अब साहस फेलोशिप के साथ हम सड़क सुरक्षा प्रणालियों में लिंग समानता को संस्थागत रूप देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।यह समझौता ज्ञापन और साहस फेलोशिप का शुभारंभ एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है, जिससे भविष्य में कई और प्रगतिशील और समावेशी पहलें सामने आने की उम्मीद है।
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