Chandigarh News: पंचकूला की नवनियुक्त पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सृष्टि गुप्ता ने आज सेक्टर-1 स्थित अपने कार्यालय में जिले के सभी थाना प्रभारियों, चौकी इंचार्जों तथा विभिन्न शाखाओं के प्रमुख अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण क्राइम मीटिंग आयोजित की। इस बैठक का उद्देश्य जिले में कानून-व्यवस्था की वर्तमान स्थिति की गहन समीक्षा करना, पुलिस बल की दक्षता को परखना, और लंबित मामलों के शीघ्र निपटान हेतु रणनीति तय करना रहा।
बैठक के दौरान डीसीपी ने प्रत्येक थाने और चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों की तैनाती की न्यायसंगतता, उनके कार्यक्षेत्र  और वर्तमान कानून व्यवस्था से संबंधित विवरणों की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने थाना स्तर पर दर्ज आपराधिक मामलों की सांख्यिकीय समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आपराधिक प्रवृत्तियों की रोकथाम और शीघ्र निष्पादन के लिए आवश्यकतानुसार कार्यप्रणाली में सुधार किया जाए।
डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने थानों में दर्ज लंबित मामलों की स्थिति की गंभीर समीक्षा करें और इनमें तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पुलिस की जिम्मेदारी केवल केस फाइल को आगे बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उसका मुख्य उद्देश्य है न्यायपूर्ण, निष्पक्ष और समयबद्ध कार्रवाई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे केस से संबंधित सभी दस्तावेजों, गवाहों की सूची, साक्ष्य आदि का समुचित रखरखाव करें और प्रत्येक केस की अद्यतन स्थिति नियमित रूप से वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्तुत करें।
इस बैठक में अपराध नियंत्रण को लेकर जमीनी स्तर पर अपनाई जा रही रणनीतियों पर भी चर्चा हुई। डीसीपी ने थाना प्रभारियों से उनके कार्यक्षेत्र में घटित हो रहे अपराधों के पैटर्न, प्रकृति तथा बारंबारता के आधार पर विश्लेषणात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में प्राथमिकता दी जाए जो समाज में भय और असुरक्षा की भावना को जन्म देते हैं, जैसे कि चोरी, लूट, नशा तस्करी और महिलाओं के विरुद्ध अपराध।
विशेष रूप से महिला अपराधों पर चर्चा करते हुए डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने इन मामलों को पूर्ण संवेदनशीलता और प्राथमिकता के साथ निपटाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला पीड़िताओं से व्यवहार करते समय संपूर्ण संवेदनशीलता बरती जाए ताकि उनको सुरक्षा और भरोसे का अनुभव हो।
इसके अतिरिक्त, डीसीपी ने दिन और रात्रि के समय लगाए जा रहे नाकों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि नाके केवल यातायात की जांच का माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह अपराधों की रोकथाम का एक अहम स्तंभ हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि नाकों पर तैनात पुलिसकर्मी हमेशा सतर्क और चौकस रहें तथा संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों और गतिविधियों की गंभीरता से जांच करें। सीसीटीवी फुटेज की नियमित मॉनिटरिंग और वाहन सत्यापन प्रक्रिया को अधिक तकनीकी एवं संगठित ढंग से क्रियान्वित करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक के समापन पर डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने सभी अधिकारियों से सामूहिक सहयोग, समर्पण और कार्य वितरण में संतुलन बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिले की कानून व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए आवश्यक है कि हर अधिकारी अपने-अपने कर्तव्यों को निष्ठा और समर्पण से निभाए। यदि समुचित तालमेल के साथ कार्य किया जाए, तो कार्यभार भी संतुलित रहेगा और कार्यक्षमता में भी बढ़ोतरी होगी।
डीसीपी ने स्पष्ट किया कि आने वाले समय में वह नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करेंगी ताकि योजनाओं की प्रगति और पुलिस व्यवस्था की कार्यक्षमता पर नजर रखी जा सके। उन्होंने विश्वास जताया कि समर्पित प्रयासों से पंचकूला को एक सुरक्षित, अनुशासित और अपराध-मुक्त जिला बनाया जा सकता है।