Chandigarh News:  दलित चेतना मंच पंजाब के सूबाई प्रधान शमशेर पुरखालवी ने आज मोहाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि संगठन राज्य के कमजोर और विपत्ति-ग्रस्त परिवारों की लड़कियों की शादियों और विद्यार्थियों की शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सहयोग करके उन्हें बराबरी के स्तर तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास करेगा, ताकि उन्हें सामाजिक उपेक्षा से बचाया जा सके।
मंगलवार को मोहाली फेस 5 में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान दलित नेता शमशेर पुरखालवी ने अपने साथियों की मौजूदगी में घोषणा की कि संगठन कमजोर वर्गों की आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और शारीरिक स्थिति सुधारने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से ग्रामीण लोगों को सामाजिक कुरीतियों जैसे नशा, अशिक्षा, अंधविश्वास और पारिवारिक झगड़ों के बारे में जागरूक कर उन्हें एक सभ्य समाज के निर्माण में सहभागी बनाने हेतु गांव-गांव चेतना मीटिंगों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें सेमिनार और नाटकों का आयोजन मुख्य आकर्षण होगा।
पुरखालवी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए संगठन की ओर से खेलों के लिए विशेष रूप से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिसकी प्राप्ति के लिए संगठन के गांव स्तर के नेताओं से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि संगठन की स्थापना वर्ष 1999 में की गई थी और पिछले 26 वर्षों में समाज के कमजोर परिवारों के उत्थान और बेहतर जीवन निर्माण के लिए दानी सज्जनों के सहयोग से लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संगठन द्वारा पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के संघर्ष से परेशान होकर समय-समय की सरकारों ने उन पर कई तरह के बेबुनियाद आरोप लगाकर उन्हें रोकने के अनेकों प्रयास किए, लेकिन अधिकार और सच्चाई के रास्ते पर चलते हुए उन्होंने कभी भी उन दबावों की परवाह नहीं की।
पुरखालवी ने कहा कि संगठन को मिलने वाले दान पर केंद्र सरकार द्वारा आयकर की धारा 80C के तहत पूर्ण छूट की सुविधा प्रदान की गई है, जिसकी पूरी तरह से ऑडिट भी की जाती है। इस मौके पर उनके साथ संगठन के नेता डॉ. हरप्रीत सिंह मोजपुर, दलजीत सिंह गिल, गुरप्रीत सिंह चप्पड़छिड़ी, गुरविंदर सिंह शंभू और अमरीक सिंह मोहाली भी उपस्थित थे।