Chandigarh News: 25 जून हरियाणा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग (डब्ल्यूसीडी) ने पंचकूला के गांव बुदनपुर और गांव केदारपुर में आंगनवाड़ी केंद्रों में पुस्तकालयों के उद्घाटन के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्रीमती सोनिया रस्तोगी ने पुस्तकालयों का विधिवत उद्घाटन किया। हरियाणा के मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी की पत्नी हैं श्रीमती सोनिया रस्तोगी। इस अवसर पर कई  आईएएस अधिकारियों की पत्नियों के संघ को 10 सीलिंग पंखे, 4 वाटर प्यूरीफायर, हाथ की कठपुतलियाँ, बिल्डिंग ब्लॉक, जानवरों के खिलौने, कहानी की किताबें और रंग भरने वाली किताबें दान स्वरूप भेंट की। इस पहल का उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों में अच्छी तरह से सुसज्जित और जीवंत स्थानों के माध्यम से प्रारंभिक बचपन की शिक्षा और आनंददायक शिक्षा को बढ़ावा देना ।

श्रीमती सोनिया रस्तोगी ने कहा कि जिन्होंने जिला पंचकूला में आंगनवाड़ी केंद्रों की मरम्मत और उन्नयन के लिए समर्थन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, पुस्तकालयों के लिए सामग्री की व्यवस्था करने के अलावा, बेहतर बाल कल्याण सेवाओं के लिए विभाग के दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की पूर्व महानिदेशक डॉ. उषा गुप्ता, श्रीमती रितु अग्रवाल, श्रीमती प्रिंक्या गुप्ता, श्रीमती जूही मीना और श्रीमती सुभी खत्री भी शामिल हुईं। गांव केदारपुर के आंगनवाड़ी केंद्र में, समारोह में गर्भवती महिलाओं के लिए गोद भराई समारोह, बालिका जन्म का जश्न मनाने के लिए केक काटना और वृक्षारोपण जैसी कई आकर्षक सामुदायिक गतिविधियाँ शामिल थीं, जो बच्चों और पर्यावरण दोनों के विकास और पोषण का प्रतीक हैं। इसके अलावा, पुस्तकालय उद्घाटन अवसर पर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्री-स्कूल गतिविधियों के लिए श्बेस्ट आउट ऑफ वेस्टश् सामग्री का प्रदर्शन किया और स्थानीय समुदाय को स्वस्थ बाल-पालन प्रथाओं पर शिक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए कम लागत वाले, पौष्टिक व्यंजनों को प्रदर्शित किया। डॉ. उषा गुप्ता ने बाजरा (मोटा अनाज) और अंकुरित अनाज के पोषण संबंधी लाभों के महत्व पर बल दिया और उन्होंने महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए इनके महत्व पर जोर दिया। यह पहल महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार और हरियाणा राज्य सरकार के पोषण अभियान और सक्षम आंगनवाड़ी 2.0 के लक्ष्यों के अनुरूप है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों को आंगनवाड़ी-सह-प्री-स्कूल में बदलने के बड़े उद्देश्य में भी योगदान देता है, जिसके तहत राज्य भर में 4,000 से अधिक केंद्रों को पहले ही अपग्रेड किया जा चुका है। कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग ने किया था। विभाग की ओर से श्रीमती राजबाला कटारिया, संयुक्त निदेशक, श्रीमती सविता नेहरा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, पंचकूला और श्रीमती आरू वशिष्ठ, डब्ल्यूसीडीपीओ, पिंजौर उपस्थित थीं। राजबाला कटारिया ने आंगनवाड़ियों और प्लेस्कूलों की बुनियादी जरूरतों जैसे पंखे, वाटर प्यूरीफायर, खिलौने, बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री आदि के लिए आगे आने के लिए आईएएस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन द्वारा किए गए योगदान और पहल की सराहना की। उन्होंने एसोसिएशन से दूरदराज के क्षेत्रों में योगदान देने को कहा जहां आंगनवाड़ियों और प्लेस्कूलों में सुविधाओं की कमी है।