(Chandigarh News) चंडीगढ़। नगर निगम के कार्यकारी अभियंता जगंशेर सिंह वीरवार को सेवानिवृत्त हो गए। निगम में उनके आखिरी दिन पर मेयर, मुख्य अभियंता और आयुक्त ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान की सराहना की। रिटायरमेंट के मौके पर जंगशेर सिंह ने कहा कि भले ही वह सेवानिवृत्त हो गए हों, लेकिन शहर की हरियाली और पर्यावरण के लिए उनका समर्पण जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति उनसे पेड़-पौधों और हरियाली से जुड़े सुझाव किसी भी समय ले सकता है। मालूम होगी कार्यकारी अभियंता जंगशेर सिंह ने शहर की कई नई ग्रीन बेल्टों का विकास किया है।

बेलदार से एक्सईएन बनने का प्रेरणादायक सफर

जमशेर सिंह का करियर संघर्ष और समर्पण की मिसाल है। उन्होंने 1984 में प्रशासन के हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट में डेलीवेज बेलदार के रूप में नौकरी शुरू की थी। जून 1987 में वर्कचार्ज माली बने और फिर पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से हार्टिकल्चर सुपरवाइजर का डिप्लोमा किया।1991 में उन्हें हेड माली के पद पर प्रमोशन मिला। इसके बाद नवंबर 1994 में वह हार्टिकल्चर सुपरवाइजर के पद पर प्रमोट हुए। जब नगर निगम (एमसी) का गठन हुआ, तो वह प्रशासन से डेपुटेशन पर एमसी में आ गए और यहीं मर्ज होकर काम करते रहे।

एमसी में रहते हुए अक्टूबर 2005 में उन्हें जेई के पद पर प्रमोशन मिला। अगस्त 2013 में उन्हें यूपी मंडल अधिकारी हॉर्टिकल्चर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया और फरवरी 2014 में वे रेगुलर उप मंडल अधिकारी बन गए। निगम में हॉर्टिकल्चर सर्किल बनने पर दो डिविजन बनाए गए, और नवंबर 2019 में उन्हें एक्सईएन का अतिरिक्त कार्यभार मिला। अंततः 23 अगस्त को वह रेगुलर कार्यकारी अभियंता बने।

शहर के लिए समर्पित रहेंगे

रिटायरमेंट के बाद भी जंगशेर सिंह ने शहर के लिए कार्यरत रहने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वे हमेशा तैयार हैं। उनका यह समर्पण निश्चित ही शहरवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।