- परेशान लोगों ने बिल्डर खिलाफ एक हफ्ते से चल रहा रोष प्रदर्शन किया समाप्त
- अपनी मांगों को लेकर करेंगे डिप्टी कमिश्नर मोहाली से मुलाकात
(Chandigarh News) जीरकपुर। ढकोली क्षेत्र में पड़ती ओपेरा गार्डन नामक सोसायटी के लोगों द्वारा पिछले एक हफ्ते से सुविधाएं ना मिलने के कारण काली पट्टी बांधकर बिल्डर खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जा रहा था जिसे रविवार को समाप्त कर दिया गया है। सोसाइटी निवासियों ने आज एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि उनकी किसी भी मांग पर बिल्डर द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा। इसीलिए उन्होंने आज अपना धरना समाप्त करके कल सोमवार को डिप्टी कमिश्नर मोहाली से मिलने का फैसला लिया है।
इस सोसाइटी निवासियों अशोक सक्सेना, अशवनी, अनिता गोयल, सुनीता राजपुत, गीतू शर्मा, निर्मल कुमार, सुषमा, रीना, कमलेश कुमार, सुरिंदर सिंह, मनु गोयल, नीरज शर्मा, मञ्जुला कैथरत व अन्य प्रदर्शनकारीयों ने बताया की यह सोसायटी पिछले 15 वर्षों से बन रही है और अब तक पूरी नहीं हुई है। जिस कारण उन्हें बेसिक सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है। लोगों ने बताया की जिस समय हमने यहां करोड़ो रूपये की लागत से फ्लैट खरीदे थे तो बिल्डर ने क्लब हॉउस, ऐसी हेल्थ क्लब, लाइब्रेरी, इंडोर गेम्स, मिन्नी थिएटर, स्विमिंग पूल, 24 घंटे थ्री टायर सिक्योरिटी, 24 घंटे पॉवर बैकअप, जॉगिंग ट्रेक चिल्ड्रन प्लै एरिया, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, शॉपिंग एकरेड, कलसटर कोट, हाई स्पीड एलीवेटर, मैगा सेंटरल पार्क आदि जैसी सुविधाएं देने का वादा किया था।
जब हम इसका जवाब मांगते हैं तो हमें धमकाया जाता है और बोला जाता है के यह तो देना ही पड़ेगा
लेकिन आज तक कोई सुविधा हमें नही दी गई है। जब भी हम अपनी सुविधाओं के लिए बिल्डर से बात करना चाहते हैं तो वह हमें मिलते ही नही और ना ही हमारी बात का कोई सही जवाब दिया जाता है। इसके इलावा उनका स्टॉफ हमने धमकिया भी देता है, जिसकी हमने पुलिस शिकायत भी की हुई है। लोगों ने बताया की उनकी सोसायटी में पहले 1500 रूपये मेंटेनस रखा था जिसे एकदम से बढ़ा कर 2500 रूपये कर दिया। लेकिन उसके बाद बिना किसी से बात किए खुद से बढ़ाकर 3 हजार रूपये कर दिया। जब हम इसका जवाब मांगते हैं तो हमें धमकाया जाता है और बोला जाता है के यह तो देना ही पड़ेगा।
जबकि बिल्डर के पास ना तो ओक्यूपेंसी सर्टिफिकेट है और ना ही कंप्लिशन सर्टिफिकेट है। यदि नियमों की बात करें तो अगर बिल्डर के पास उक्त दोनों सर्टिफिकेट नही है तो वह लोगों से मेंटेनस मांगने का हकदार भी नही है। लोगों ने बताया सोसायटी के गेट पर कैमरे लगे हुए है लेकिन वह ज्यादातर बंद रहते है। लोगों की सुरक्षा के किए यहां बिलकुल भी इंतजाम नही है। कई बार लोगों लिफ्ट में फस चुके हैं, जोकि बीमार लोगों के लिए घातक हो सकता है। लोगों ने बताया की 2500 तक तो हम मेंटेनस देते रहे है जबसे उन्होंने अपनी मन मर्जी से 3 हजार किया है तब से हमने देना बंद कर दिया है। लोगों ने बताया की हम मेंटेनस देने को लिए तैयार हैं लेकिन हमें बेसिक सुविधाएं दो दी जाए जिसके लिए बिल्डर ने खुद वादा किया था।
लोगों ने मांग की के बिल्डर अपने वादा पर खरा उतरे और उन्हें सारी सुविधाएं दी जाएं
लोगों ने बताया की सोसायटी के अंदर गंदगी है उन्हें साफ पर्यावरण नही मिल रहा है और जगह जगह बरसाती पानी खड़ा रहता है। घर की दीवारों में सीलन है, जिस कारण घरों का सामान खराब हो रहा है। लोगों ने बताया की हमने जो सोच कर यहां अपनी मेहनत व रिटायरमेंट के बाद इकठा हुई जमा पूंजी लगा दी थी के हमें अच्छी सुविधाएं और अच्छा घर मिलेगा। लेकिन हम अपनी जमा पूंजी यहां लगाकर पछता रहे है। लोगों ने मांग की के बिल्डर अपने वादा पर खरा उतरे और उन्हें सारी सुविधाएं दी जाएं।
बिलकुल सोसायटी के लोगों द्वारा प्रोटेस्ट किया जा रहा है, पहले भी करते हैं। यह हमने मंथली मेंटेनस चार्ज पे नहीं कर रहे हैं। जब हम थोड़ी सख्ती करते हैं तो वह प्रोटेस्ट करने लगते हैं। यह तो वह बहाने बना रहे हैं हमने कौन सा क्लब हॉउस के किसी से अभी पैसे लिए है। हम तो केवल रेडी टू मूव फ्लैट देते हैं। क्लब बनाने के लिए जल्द इन्हे डेट दे दी जाएगी। असल में यह लोग मेंटेनस नहीं देना चाहते जबकि मेंटेनस का एक करोड़ रूपये पेंडिंग हो गया है। बहुत सारे बंदे मेंटेनस देते भी हैं, जो नही देते वह यहां प्रोटेस्ट करने लग जाते है। आज से 12 वर्ष पहले 1500 रूपये थे समय के साथ महंगाई बढ़ रही है तो मेंटेनस के पैसे भी बढ़ने ही है।