Chandigarh News: कालका विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नगर परिषद क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। नगर परिषद कालका द्वारा डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए 5.50 करोड़ रुपये का टेंडर देने के बावजूद भी शहर से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है।
पिछले 15 से 20 दिनों से किसी भी घर से कूड़ा नहीं उठाया गया, जिससे लोग परेशान होकर गंदगी सड़कों और नालों में फेंकने को मजबूर हो गए हैं। इससे न सिर्फ पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, बल्कि शहर की स्वच्छता व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे बार-बार नगर परिषद अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अधिकारियों की चुप्पी और लापरवाही से आमजन में आक्रोश व्याप्त है। वहीं, जब इस विषय में नगर परिषद अध्यक्ष कृष्ण लाल लाम्बा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हाल ही में सोना इंटरप्राइजेज नामक एक स्थानीय कंपनी को 5.50 करोड़ का टेंडर दिया गया है। यह कंपनी अगले 3 से 4 दिनों में कॉलोनियों से कूड़ा उठाने का कार्य शुरू कर देगी।
नगर परिषद अध्यक्ष कृष्ण लाल लांबा  ने यह भी बताया कि पुराने ठेकेदार की करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपये की पेमेंट अभी लंबित है, क्योंकि उन्होंने संबंधित बिल समय पर जमा नहीं कराए। उन्होंने स्पष्ट किया कि नई कंपनी अब हर रोज कूड़ा उठाकर उसे अंबाला के पटवीं गांव भेजेगी और स्थानीय रूप से कूड़े को स्टोर नहीं किया जाएगा।
हालांकि, इस आश्वासन के बावजूद शहरवासी आशंकित हैं, क्योंकि पहले भी कई बार ऐसे वादे किए जा चुके हैं लेकिन सफाई व्यवस्था में कोई स्थायी सुधार नहीं आया। नगर परिषद की कार्यशैली पर लोगों का भरोसा कम होता जा रहा है और यदि जल्द ही समाधान नहीं निकला, तो यह मुद्दा एक बड़ा जन आंदोलन बन सकता है।