कार्यक्रम की संसाधन व्यक्ति थीं – स्मार्ट वंडर्स स्कूल, मोहाली की वाइस प्रिंसिपल सुश्री रैना चोना और डीएवी मोहाली की पीजीटी बायोलॉजी शिक्षिका सुश्री जतिंदर कौर। उनके व्यापक अनुभव और प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण ने सत्र को अत्यंत रोचक बना दिया। उन्होंने सत्र को इंटरएक्टिव बनाने के लिए गतिविधियाँ, अनुभवजन्य अभ्यास और सुविचारित हैंडआउट्स शामिल किए।
प्रमुख चर्चाओं में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की गहन समीक्षा, शैक्षणिक प्रक्रियाओं में आ रहे बदलाव, करियर काउंसलिंग का बढ़ता महत्व और छात्रों के लिए उभरते करियर विकल्पों के प्रति जागरूकता शामिल थीं। इस कार्यशाला ने शिक्षकों को पारंपरिक तरीकों पर पुनर्विचार करने और अधिक समग्र तथा भविष्य उन्मुख दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। पूरे सत्र में हुई जीवंत चर्चा से यह स्पष्ट हुआ कि शिक्षक निरंतर सीखने और विकास के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम के अंत में स्कूल की प्रिंसिपल, सुश्री अनीशा घुम्मन ने संसाधन व्यक्तियों को धन्यवाद देते हुए उन्हें पौधों के गमले भेंट किए।