कृषि क्षेत्र कीटों और रोगों से जुड़ी लगातार बढ़ती चुनौतियों का सामना कर रहा है, ऐसे समय में बेयर का फेलुजीत धान की मिट्टी जनित शीथ ब्लाइट बीमारी के प्रबंधन के तौर-तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखता है।
फेलुजीत पेनफ्लूफेन और टेबुकोनाज़ोल की विशेष संयोजन तकनीक से युक्त है। डुअल एक्शन फॉर्मूलेशन की अपनी खूबी की मदद से यह फंगीसाइड पौधे के प्रत्येक हिस्से में शीथ ब्लाइट को बढ़ने से रोकता है। इससे किसानों को एक भरोसेमंद समाधान मिलेगा और फसल की उत्पादकता एवं गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा।
फेलुजीत के एक बार के छिड़काव से ही बेहतर नतीजे मिलेंगे। यह बाजार में उपलब्ध मौजूदा समाधानों की तुलना में दोगुना प्रभावी है। यानी किसान बार-बार छिड़काव के बिना ही इस बीमारी को प्रभावी तरीके से रोक सकेंगे। इससे समय और श्रम की लागत, दोनों में बचत होगी।
भारत, बांग्लोदश एवं श्रीलंका में बायर के क्रॉप साइंस डिवीजन के क्लस्टर कॉमर्शियल लीड मोहन बाबू ने कहा कि फेलुजीत एक प्रभावी समाधान है, जिससे शीथ ब्लाइट को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है। इससे किसानों के लिए पूरी प्रक्रिया सुगम हो जाएगी। चावल वैश्विक खाद्य सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है, ऐसे में हमारी यह नवाचार किसानों को कम स्प्रे में अधिक प्रभावी रोग नियंत्रण की सुविधा देता है, जिससे वे अपने संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर पाते हैं और बढ़ती कृषि चुनौतियों के बीच अपनी आय में भी वृद्धि कर सकते हैं।