दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे, सभी को भेजा जाएगा वापस

Delhi News Update (आज समाज), नई दिल्ली। पिछले छह माह से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ दिल्ली पुलिस का धरपकड़ अभियान जारी है। दिल्ली पुलिस की टीमें एक तरफ जहां जांच अभियान चलाकर दिल्ली के अलग-अलग एरिया में संदिग्ध लोगों के कागजात जांच रहीं हैं। वहीं कुछ सूत्रों की सहायता से मिल रही जानकारी के आधार पर भी वे ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहीं हैं जो अवैध रूप से भारत में या फिर राजधानी दिल्ली के अलग-अलग एरिया में रह रहे हैं। ऐसी ही कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर भारत में अवैध रूप से रह रहे 121 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। जिन्हें डिपोर्ट किया जाएगा।

एक सप्ताह के अंदर पकड़े सभी नागरिक

दिल्ली में पकड़े गए अवैध बांग्लादेशियों को लेकर उनके निर्वासन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जो विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के माध्यम से की जा रही है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि एक सप्ताह में अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। कैसे भारत में एंट्री मिली और कैसे यहां तक पहुंचे हैं। वहीं इस मामले पर पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने कहा कि देश में बाहर से आकर रह रहे अवैध प्रवेश और ठहरने में कथित रूप से शामिल एक संदिग्ध सिंडिकेट की जांच के लिए नरेला औद्योगिक क्षेत्र पुलिस स्टेशन में भी मामला दर्ज किया गया है। जिसकी जांच की जा रही है।

पिछले सप्ताह भी तीन दिन में 361 बांग्लादेशी नागरिक पकड़े

जानकारी के लिए बता दें कि बीती 15 मई को दिल्ली में पुलिस ने छह जिलों में तीन दिनों के अंदर 361 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा था। इनमें से ज्यादातर को बांग्लादेशी वापस डिपोर्ट कर दिया गया है। कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने तक बाकी को लामपुर और शाहजादपुर स्थित डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। जांच में बांग्लादेश से भारत में घुसने का नया रूट भी सामने आया है। पुलिस उपायुक्त सचिन शर्मा ने बताया था कि बाहरी जिला पुलिस ने सबसे ज्यादा 200 से ज्यादा अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा उत्तर जिला पुलिस ने 46, द्वारका जिला पुलिस ने 25 से ज्यादा, दक्षिण जिला पुलिस ने 40 से ज्यादा, दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस ने 30 से ज्यादा और पश्चिमी जिला पुलिस ने 20 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा था।