- एचयूडब्ल्यूजे ने की पत्रकार देवव्रत वशिष्ठ की पुण्यतिथि पर हर वर्ष एक पत्रकार को अवॉर्ड देने की घोषणा
(Bhiwani News) भिवानी। हरियाणा की पत्रकारिता के पितामह पत्रकार व लेखक पंडित देवब्रत वशिष्ठ की 13वीं पुण्यतिथि पर वीरवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं पत्रकारों ने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। हरियाणा यूनियन ऑफ वर्किल जर्नलिस्ट्स द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार अजय मल्होत्रा ने एसोसिएशन द्वारा हर वर्ष पंडित देवब्रत वशिष्ठ के नाम पर एक पत्रकार को अवॉर्ड देने की घोषणा की।
इस मौके पर बोलते हुए जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेंद्र सिंगल ने कहा कि स्व. देवब्रत वशिष्ठ का पूरा जीवन सादगीपूर्ण एवं ईमानदार पत्रकारिता को समर्पित रहा।
उन्होंने राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय राजनेताओं से निकटता होने के बावजूद भी किसी तरह का राजनीतिक-आर्थिक लाभ ना लेकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया। पूर्व विधायक डॉ. शिव शंकर भारद्वाज ने कहा कि वे स्व. वशिष्ठ बहुत ही अनुशासन प्रिय व ढृढ़ निश्चय वाले पत्रकार थे। पूर्व प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर डा. केडी शर्मा ने कहा कि स्व. वशिष्ठ ने अपनी पत्रकारिता के दायित्व निर्वहन करते समय कभी भी आर्थिक लाभ-हानि को नहीं देखा। पत्रकारिता में उन्होंने अपने पिता पंडित रविंद्रनाथ वशिष्ठ के साथ साढ़े 19 माह से अधिक लंबी अवधि तक जेल भी काटी।
स्व. देवब्रत वशिष्ठ ने कभी भी राजनीतिक विचारधारा या जाति विशेष की पत्रकारिता नहीं की
जैन तेरापंथ के संरक्षक सुरेंद्र जैन एडवोकेट व अग्रसेन ट्रस्ट भिवानी के प्रधान रामदेव तायल ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व. देवब्रत वशिष्ठ ने कभी भी राजनीतिक विचारधारा या जाति विशेष की पत्रकारिता नहीं की। अलबत्ता वह विकास को लेकर सदैव चर्चा करते थे। अणुव्रत समिति के पूर्व प्रधान रमेश बंसल ने उन्हे पत्रकारों के लिए मार्गदर्शक बताया।
वरिष्ठ पत्रकार केसरी शर्मा व इन्द्रवेश ने पत्रकारों की वर्तमान पीढ़ी को उनके जीवन चरित्र व पत्रकारिता के लिए निर्धारित किए गए ईमानदार नेक शैली को अपनाने की सलाह दी। गोवर्धन आचार्य व वरिष्ठ पत्रकार नरोत्तम बागड़ी ने स्व. वशिष्ठ के जीवन की कई घटनाएं बताते हुए कहा कि वह किसी भी प्रकार की चाटुकारिता पूर्ण पत्रकारिता को पसंद नहीं करते थे। उन्होंने पारिवारिक संकट आने पर भी कोई समझौतावादी पत्रकारिता नहीं की। अशोक भारद्वाज ने अपनी कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर स्व. देवब्रत वशिष्ठ के ज्येष्ठ पुत्र एवं वरिष्ठ पत्रकार श्रीभगवान वशिष्ठ ने कहा कि उनके पिता का जीवन बड़ा ही सादगीपूर्ण, स्पष्टवादी, अनुशासनप्रिय व समय के महत्व को स्वीकार करने वाला रहा। बड़े-बड़े राष्ट्रीय स्तर के राजनेताओं, मोरारजी देसाई, चौ. चरण सिंह, चौ. देवीलाल, विजय लक्ष्मी पंडित, पंडित भगवत दयाल शर्मा, डा. मंगल सैन, सुषमा स्वराज, साध्वी ऋतंभरा, सरीखे व्यक्तित्व उनके पास समय-समय पर राजनीतिक चर्चाओं व सलाह-मशवरे के लिए आए, परन्तु उन्होंने कभी भी कोई पारिवारिक या निजी लाभ नहीं लिया।
इस अवसर पर सीए ऋषि भारद्वाज, एनएस यादव, जयभगवान शर्मा, संजय वर्मा, सुरेश मेहरा, अजय सैनी, जगबीर घणघस, मयूर, दीपक शर्मा, रक्तवीर राजेश डुडेजा, राजकुमार डुडेजा, पवन मित्तल, सांस्कृतिक मंच के संरक्षक जगत नारायण, सुबोध कुमार, नरेंद्र गुज्जर, अमन, अभिषेक, अनिल यादव, अशोक शर्मा, दीपक मुटरेजा, राहुल वैद, राकेश वर्मा, दीपक करवल, जगजीत लोहट, नवनीत, मनजोत, भागवत, माधव वशिष्ठ सहित अनेक पत्रकार, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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