• रिजल्ट में जीरो नंबर देने पर एनएसयूआई के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन, खून से लिखा पत्र
  • रिजल्ट में खामियां, गलत तरीके से किया जा रहा फेल, भविष्य हो रहा खराब : मनजीत लांग्यान

(Bhiwani News) भिवानी। भिवानी के चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए रिजल्ट पर एनएसयूआई के बैनर तले विद्यार्थियों ने सवाल उठाते हुए खून से पत्र व पोस्टर लिखे। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष मनजीत लांग्यान व विद्यार्थियों ने विरोध जताते हुए कहा कि रिजल्ट में खामियां हैं और गलत तरिके से विद्यार्थियों को फेल किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर काम ना करने के आरोप लगाते हुए कार्यालय के बाहर पोस्टर भी लगाए।
एनएसयूआई के जिला प्रधान मंजीत लांग्यान ने बताया कि चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय द्वारा 2 दिन पहले प्रथम वर्ष का रिजल्ट का जारी किया था।

पहले जो रिजल्ट जारी किया जाता था, उसमें जिस विद्यार्थी को 100 में से 40 नंबर होते थे, उसे पास कर दिया जाता। लेकिन अब जिस विद्यार्थी को 50-55 नंबर हैं, तो उसे भी रि-अपीयर दे रखा है। केवल 10 प्रतिशत बच्चों को ही पास किया गया है। पहले भी सीबीएलयू प्रशासन को अवगत करवाया था कि जो रिजल्ट ब्रांच है, वह खराब है। बच्चों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विरोध स्वरूप आज खून से पोस्टर व पत्र लिखे हैं।

सीबीएलयू में डिग्री व डीएमसी भी समय पर नहीं मिलती

सीबीएलयू में डिग्री व डीएमसी भी समय पर नहीं मिलती। जिसके कारण घरवालों से भी डांट सुननी पड़ती है। यहां तक कि विद्यार्थियों को रहने के लिए होस्टल की सुविधा भी नहीं है और छात्र-छात्राएं काफी दूर से आती हैं। यहां आने के लिए बस की सुविधा भी नहीं है। सीबीएलयू प्रशासन तानाशाही चलाना चाहता है।

उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है और यूनिवर्सिटी प्रशासन का कॉलेज के प्रशासन से कोई तालमेल नहीं बैठ रहा है उन्होंने कहा कि अगर बच्चों की समस्याओं को जल्दी ठीक नहीं करवाया गया तो वह मई महीने में एक बड़ा प्रदर्शन कर भूख हड़ताल शुरू कर देंगे।

किसी को 2 नंबर से तो किसी को 4 नंबर से फेल किया जा रहा

महिला कॉलेज बवानीखेड़ा की छात्रा पलकी ने बताया कि वे रि-अपीयर के फार्म के लिए यहां आई थी। एक ही सब्जेक्ट में रि-अपीयर दिया जा रहा है। यहां तक कि अनुपस्थित दिखाया जा रहा है। किसी को 2 नंबर से तो किसी को 4 नंबर से फेल किया जा रहा है। सीबीएलयू प्रशासन द्वारा समय-समय पर बच्चों से किसी-न-किसी बहाने से पैसे मांगते रहते हैं। बच्चे पैसे कहां से लेकर आएं। पूरी सीट भरने के बाद भी जीरो नंबर दिए जा रहे हैं।

अधिकारियों से भी मिले, लेकिन समय ही देकर भेज देते हैं। समाधान नहीं हो रहा। रि-अपीयर के फार्म भरने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीएमसी समय पर नहीं आती है और यहां आने-जाने की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
वैश्य कॉलेज से बीए प्रथम वर्ष के छात्र दीपक ने कहा कि 10 में से 5 सब्जेक्ट में रि-अपीयर दे रखा है।

8-8 घंटे पढऩे व 25 सीट भरने के बाद भी जीरो-जीरो नंबर आ रहे हैं। अगर तुक्का मारें तो भी नंबर आ जाएं। क्या हमने इतनी मेहनत के बाद एक नंबर का भी पेपर नहीं किया। अगर सीबीएलयू को पैसे लेने हैं तो वैसे ही ले लें। विद्यार्थियों को रि-अपीयर के नाम पर क्यों परेशान किया जा रहा है।

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