• आने वाले दिनों में सूर्य की तपिश से 3 से 4 डिग्री बढ़ सकता है अधिकतम तापमान

(Bhiwani News) लोहारू। नौतपा शुरू होने में अभी 7 दिन शेष हैं परंतु गर्मी अभी से चरम पर है। सूर्य देव आग उगल रहे हैं जिसके चलते अधिकतम तापमान 42 डिग्री को पार कर गया है। इस साल नौतपा 25 मई से शुरू होगा इस अवधि में धरती का तापमान सबसे अधिक होगा। इन 15 दिनों में प्रचंड गर्मी पड़ेगी और आसमान से आग बरसेगी। नौतपा के शुरू होने से पहले ही दक्षिण हरियाणा के अंतिम छोर पर बसे राजस्थान की सीमा से सटा लोहारू क्षेत्र में सूर्य की तपिश से तपता नजर आया।

तापमान वृद्धि से इंसान ही नहीं पशु पक्षियों पर भी प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। चिलचिलाती धूप व लू के थपेड़ों से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। लोग बरसात के इंतजार में हैं, बरसात नहीं होने से गर्मी पूरे यौवन पर है। आसमान से आग की तरह गर्मी बरसने लगी है। सुबह 8 बजे से ही गर्म हवाएं चलने लगी है जो बाद में लू का रूप धारण कर लेती है। यदि गर्मी बढ़ेगी तो किसानों की कपास की फसल को नुकसान होने की संभावना है।

पंचांग के अनुसार, नौतपा की शुरुआत उस दिन से मानी जाती है जिस दिन से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में जाते हैं

उल्लेखनीय है कि नौतपा जब से आरंभ होता है तब से लेकर अगले 9 दिनों तक धरती पर भीषण गर्मी होती है। इन 9 दिनों तक सूर्यदेव धरती पर आग बरसाते हैं। पंचांग के अनुसार, नौतपा की शुरुआत उस दिन से मानी जाती है जिस दिन से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में जाते हैं उसी दिन से नौतपा आरंभ हो जाता है। 25 मई को शुरू होने वाला नौतपा जो 8 जून तक चलेगा। इन दिनों में लोगों को गर्मी से निजात नहीं मिलने वाला है।

नौतपा का यह समय अत्यधिक गर्मी के लिए जाना जाता है। इस दौरान सूर्य पृथ्वी के सबसे निकट होते हैं, जिससे तापमान में तेजी से वृद्धि होती है और भीषण गर्मी का अनुभव होता है। देखा जाए तो नौतपा के शुरुआती 9 दिन सबसे गर्म होते हैं, लेकिन ये 15 दिन की अवधि होती है, जिसमें सबसे अधिक भीषण गर्मी पड़ती है। यह नौ दिन प्रकृति के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवधि मानी जाती है, क्योंकि इस दौरान धरती सूर्य की तेज ऊष्मा को अवशोषित करती है, जो आगे चलकर मानसून के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करती है।

किसान कपास की फसल में रात्रि के समय करें सिंचाई: डॉ. सांगवान

कृषि अधिकारी डॉ. विनोद सांगवान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान के बढ़ने से कपास की पछेती फसल को नुकसान संभव है जो कपास को पौधा जमीन से बाहर आ गया है उसमें नुकसान की संभावना नहीं है। ऐसे में किसानों को विशेष रूप से रात्रि के समय कपास में हल्का पानी फेरते रहना चाहिए।

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने मौसम को लेकर जारी की एडवाइजरी

मौसम को लेकर जारी की एडवाइजरी में बताया गया है कि आमतौर पर 23 मई तक परिवर्तनशील व गर्म रहने की संभावना है। इस दौरान हवाओं में बार बार बदलाव आने की संभावना है। राज्य में एक कम सक्रियता वाले पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 23 मई तक बीच बीच में आंशिक बादल, हल्की से मध्यम गति से हवाएं चलने की संभावना है।

इस दौरान राज्य के उत्तरी क्षेत्र के जिलों में 19 व 20 मई को तथा दक्षिण व पश्चिमी क्षेत्रों में 21 मई को कुछ एक स्थानों पर हवाओं के साथ छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना है। परंतु 24 मई से एक और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य में 24 मई रात्रि से एक बार फिर से मौसम में बदलाव तथा बारिश की संभावना बन रही है।

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