Jamaat-e-Islami Holds Big Rally, (आज समाज), ढाका: बांग्लादेश में अगले वर्ष होने वाले संभावित चुनाव के मद्देनजर देश की सबसे बड़ी इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने राजधानी में शनिवार को विशाल रैली कर अपनी ताकत दिखाई। रैली में लाखों समर्थक शामिल हुए। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद देश दोराहे पर खड़ा है।

अप्रैल में होगा अगला चुनाव : यूनुस

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने कहा है कि अगला चुनाव अप्रैल में होगा। लेकिन उनके प्रशासन ने फरवरी में चुनाव की संभावना से इनकार नहीं किया है, जिसकी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और उसके सहयोगी दलों ने पुरजोर मांग की है। 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पाकिस्तान का साथ देने वाली जमात-ए-इस्लामी ने कहा था कि वह शनिवार को 10 लाख लोगों को लामबंद करेगी। रैली से पहले पार्टी के हज़ारों समर्थकों ने ढाका विश्वविद्यालय परिसर में रात बिताई।

2009 से सत्ता में थीं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना

शेख हसीना 2009 से सत्ता में थीं। पिछले साल छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों में उन्हें सत्ता से हटा दिया गया और वे भारत भाग गईं। 1971 में जमात-ए-इस्लामी के शीर्ष नेताओं को मानवता के विरुद्ध अपराध और अन्य गंभीर अपराधों के आरोप में या तो फांसी दे दी गई या जेल में डाल दिया गया। मार्च 1971 के अंत में, पाकिस्तानी सेना ने ढाका शहर पर एक हिंसक दमन अभियान चलाया ताकि उस राष्ट्रवादी आंदोलन को कुचला जा सके जो आज बांग्लादेश के नाम से जाने जाने वाले देश की स्वतंत्रता की मांग कर रहा था।

जमात-ए-इस्लामी ने यूनुस प्रशासन से रखी ये मांगें

जमात-ए-इस्लामी ने शनिवार को यूनुस के नेतृत्व वाले प्रशासन से सात सूत्री माँगें रखीं, जिनमें स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करना, सभी सामूहिक हत्याओं के लिए न्याय, आवश्यक सुधार और पिछले साल के जन-विद्रोह से संबंधित एक चार्टर की घोषणा और कार्यान्वयन शामिल है। पार्टी चुनाव में आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली लागू करने की भी मांग करती है।

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