कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी सहित विपक्षी गठबंधन के प्रमुख नेता रहे मौजूद
Vice President Election (आज समाज), नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करने आज अंतिम दिन था। इसी दौरान विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने अपना नामांकन दाखिल किया। ज्ञात रहे कि 25 अगस्त तक नाम वापस लिए जाएंगे उसके बाद 9 सितंबर को देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा। नामांकन से पहले कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि बी. सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति पद के विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव केवल एक पद के लिए प्रतियोगिता नहीं है। यह हमारे राष्ट्र की आत्मा के लिए एक वैचारिक लड़ाई है। जहां सत्तारूढ़ दल ने आरएसएस की विचारधारा को चुना है, वहीं हम संविधान और उसके मूल्यों को अपना मार्गदर्शक मानते हैं।
9 सितंबर को होना है चुनाव
देश में उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना तय हो गया है। एनडीए के बाद इंडिया गठबंधन ने भी अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। ऐसे में अब 9 सितंबर को सीपी राधाकृष्णन बनाम बी. सुदर्शन रेड्डी मुकालबा तय हो गया है। इसके बाद सवाल है कि क्या एनडीए उम्मीदवार उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में एकतरफा जीत हासिल करेंगे या इंडिया गठबंधन से उन्हें चुनौती मिलेगी।
बुधवार को एनडीए प्रत्याशी ने भरा नामांकन
एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने अपना नामांकन बुधवार को दाखिल कर दिया। ज्ञात रहे कि वे वर्तमान में तलिमनाडू के राज्यपाल हैं और बीते रविवार को एनडीए ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया था। सीपी राधाकृष्णन का मुकाबला विपक्ष के प्रत्याशी बी सुदर्शन रेड्डी से होगा। ज्ञात रहे कि आज और कल नामांकन करने का समय है। उसके बाद 25 अगस्त तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
एनडीए की स्थिति मजबूत
लोकसभा में सांसदों की कुल संख्या 543 है। इसमें से एक बशीरहाट की सीट खाली है। वहीं, राज्यसभा में कुल 245 सीट हैं। हालांकि, इनमें से 6 सीट खाली है। इस तरह दोनों सदनों में निर्वाचित सदस्यों की कुल संख्या 781 है। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए किसी भी धड़े को 391 सांसदों की जरूरत होगी। आंकड़ों के मुताबिक सरकार के समर्थन में इस समय करीब 427 सांसद हैं। इनमें 293 लोकसभा और 134 राज्यसभा के हैं। विपक्ष धड़े इंडिया गठबंधन के पास 355 सांसदों का समर्थन है। इनमें से 249 लोकसभा और 106 राज्यसभा सांसद शामिल हैं। आंकड़ों में एनडीए गठबंधन के पास स्पष्ट रूप से बहुमत है। चूंकि, इस चुनाव में व्हिप प्रभावी नहीं होता है। ऐसे में कुछ सांसद क्रॉस वोटिंग करके इस चुनाव को रोमांचक बना सकते हैं।
ये भी पढ़ें : National News Hindi : बहुमत का दुरुपयोग कर रही भाजपा : खड़गे