आतंकियों के संदिग्ध साथियों की पहचान के बाद 45 लोगों को हिरासत में लिया
Jammu-Kashmir Raid (आज समाज), जम्मू/श्रीनगर : दिल्ली लाल किले के पास हुए बम विस्फोट के तार जैसे ही जम्मू-कश्मीर से जुडेÞ तो हरकत में आई सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में संदिग्ध लोगों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 250 से ज्यादा जगह छापेमारी की। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियों को संदिग्ध दस्तावेज, उपकरण व अन्य सामान मिला। दिनभर चली इस कार्रवाई में तीन कर्मचारियों और 20 ओजीडब्ल्यू समेत 45 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस के सीआईके ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर कश्मीर के विभिन्न जिलों में 13 जगहों पर एक साथ छापे मारे। इस दौरान 15 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। इन ठिकानों से स्मार्टफोन, लैपटॉप, आईपैड और टैबलेट सहित करीब 20 डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं। आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है।
घाटी के रहने वाले हैं धमाके के मुख्य आरोपी
इस साजिश का सबसे बड़ा आरोपी डॉ. मुज्जमिल अहमद गनेई उर्फ मुसैब यह पुलवामा के कोइल का रहने वाला है। इससे पहले 7 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सहारनपुर (यूपी) से डॉ. आदिल अहमद को गिरफ्तार किया था। वह अनंतनाग का रहने वाला है। आदिल अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रैक्टिस करता था। उसने 2024 में वहां से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह सहारनपुर में प्रैक्टिस करने लगा। इसके साथ ही लाल किले के पास धमाका करने वाला पुलवामा निवासी डॉ. उमर नबी था। जो इस धमाके में मारा गया। बता दें कि हरियाणा के फरीदाबाद में विस्फोटक की बरामदगी के सिलसिले में अब तक डॉक्टरों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में रची साजिश
इस ब्लास्ट की साजिश फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में रची गई। इस साजिश का मुख्य आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल था जोकि अपने साथियों के साथ पिछले दो साल से आंतकी संगठनों के साथ मिलकर दिल्ली को दहलाने की तैयारी में जुटा था। मुजम्मिल कश्मीर के पुलवामा से संबंधित है और इस विस्फोट में दूसरे मुख्य साजिशकतार्ओं का संबंध भी घाटी से होने के चलते खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में व्यापक अभियान चलाया जिसमें कई संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी हुई।
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