जब कोई दो ग्रह एक साथ किसी राशि में मिलते हैं, तो वे अपनी प्रकृति के अनुसार शुभ या अशुभ परिणाम देते है
Grahan Yog, (आज समाज), नई दिल्ली: ग्रहों की चाल एक बार फिर बड़ा खगोलीय परिवर्तन लेकर आ रही है। इस दिन बनने वाला ग्रहण योग कई राशियों के जीवन पर गहरा प्रभाव डालने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य और चंद्रमा पर राहु-केतु का प्रभाव पड़ता है, तब ग्रहण योग का निर्माण होता है। यह योग व्यक्ति के भाग्य, स्वास्थ्य, करियर और मानसिक स्थिति पर असर डाल सकता है।
इस बार 12 नवंबर को चंद्र ग्रहण के साथ ग्रहण दोष का प्रभाव रहेगा। ऐसे में कुछ राशियों को इन दिनों विशेष सावधानी बरतनी होगी। ज्योतिषियों के अनुसार, मेष, सिंह और मकर राशि के जातकों के लिए यह समय चुनौतियों से भरा रहेगा।
क्या है ग्रहण योग और इसका महत्व?
ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण योग को आमतौर पर नकारात्मक प्रभाव देने वाला माना जाता है। इस योग के कारण व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता बनी रहती है। मन एकाग्र नहीं रहता और मानसिक तनाव काफी ज्यादा रहता है। नौकरी और कारोबार में भी इस योग के कारण काफी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
हालांकि, ज्योतिष कहता है कि यह योग हमेशा नकारात्मक नहीं होता। जब शुभ केतु और शुभ सूर्य की युति होती है, तो इससे बनने वाला ग्रहण योग ऐश्वर्य और सुख सुविधा का वरदान भी देता है। लेकिन वर्तमान युति कुछ राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।
कब बन रहा है ग्रहण योग
- 12 नवंबर 2025 की शाम में केतु और चंद्रमा की सिंह राशि में युति होने जा रही है, जिससे ग्रहण योग का निर्माण होगा।
- योग की शुरूआत: 12 नवंबर 2025 की शाम 06:35 बजे।
- योग की समाप्ति: 15 नवंबर 2025 की सुबह 03:51 बजे तक।
- चंद्रमा लगभग ढाई दिनों तक एक राशि में रहता है, इसलिए यह युति 15 नवंबर की सुबह तक बनी रहेगी, लेकिन इसका प्रभाव अगले 15 दिनों तक महसूस किया जा सकता है। सिंह राशि में पहले से ही केतु ग्रह मौजूद है।
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- मेष: इस राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण योग संतान, शिक्षा और प्रेम संबंधों के भाव को प्रभावित कर सकता है।
- संतान: बच्चों से जुड़ी चिंताएं बढ़ सकती हैं। उनके स्वास्थ्य या शिक्षा को लेकर तनाव हो सकता है।
- प्रेम संबंध: पार्टनर के साथ छोटे-मोटे विवाद बड़ा रूप ले सकते हैं। रिश्ते में गलतफहमी और दूरियां आ सकती हैं।
- शिक्षा: विद्यार्थियों को पढ़ाई में एकाग्रता की कमी महसूस हो सकती है। मेहनत के अनुरूप फल मिलने में देरी हो सकती है।
- सिंह: यह युति आपकी ही राशि में बन रही है, इसलिए इसका सबसे ज्यादा और सीधा असर सिंह राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा।
- मानसिक तनाव: मन अशांत रहेगा और निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। मानसिक तनाव और बेचैनी हावी रहेगी।
- स्वास्थ्य: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पेट से संबंधित या अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
- आत्मविश्वास: आत्मविश्वास में कमी आ सकती है, जिससे कार्यक्षेत्र में आपके बनते काम भी बिगड़ सकते हैं। गुस्से पर नियंत्रण रखना अनिवार्य है।
- मीन: इस राशि वालों के लिए यह योग रोग, शत्रु और ऋण के भाव को प्रभावित कर सकता है।
- शत्रु और विरोधी: कार्यक्षेत्र में आपके गुप्त शत्रु सक्रिय हो सकते हैं, जो आपके काम में बाधा डालने की कोशिश करेंगे।
- स्वास्थ्य: अपनी दिनचर्या और खान-पान का ध्यान रखें। स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही महंगी पड़ सकती है।
- आर्थिक: बिना सोचे-समझे किसी को कर्ज देने या बड़ा निवेश करने से बचें। धन हानि की संभावना है।
ग्रहण योग के नकारात्मक प्रभाव से बचने के उपाय
- केतु के मंत्रों का जाप: ग्रहण योग की अवधि में केतु के बीज मंत्र ॐ कें केतवे नम: या भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करना विशेष लाभकारी रहेगा।
- दान: कुत्ते को रोटी खिलाना या कंबल, काला तिल और उड़द दाल जैसी वस्तुओं का दान करने से केतु ग्रह के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
- चंद्रमा को मजबूत करें: इस दौरान शिवलिंग पर जल चढ़ाना और सफेद चीजों (दूध, चावल) का दान करने से चंद्रमा को बल मिलता है।


