भारत पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका ने पिछले माह रोक दी थी र्वाता

India-US Trade Deal (आज समाज), बिजनेस डेस्क : जुलाई के अंत से लेकर अगस्त के पहले पखवाड़े तक का समय भारत और अमेरिका के बीच आपसी व्यापार को लेकर काफी ज्यादा नकारात्मक रहा। इस अवधि के दौरान अमेरिका ने भारत पर रूस से तेल खरीद बंद करने के लिए दबाव बनाने के लिए न केवल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की बल्कि दोनों देशों के बीच चल रही व्यापार वार्ता भी बाधित की। अगस्त के अंतिम सप्ताह में अमेरिकी दल का भारत दौरा रोक दिया गया। जिससे दोनों देशों के बीच चल रही वार्ता रुक गई।

सोमवार को भारत पहुंचा अमेरिकी दल

ट्रंप की टैरिफ नीति लेकर पनपे तनाव के बीच भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत फिर शुरू होने जा रही है। ट्रंप प्रशासन के मुख्य वातार्कार ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल सोमवार रात नई दिल्ली पहुंचा। प्रस्तावित भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की पांच दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है। इससे पहले अमेरिकी टीम 25 अगस्त को छठे दौर की बातचीत के लिए भारत आने वाली थी। लेकिन अमेरिका की ओर से टैरिफ लगाए जाने के बाद यह वार्ता टाल दी गई थी। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि हमने पहले भी संकेत दिया है कि चचार्एं चल रही हैं। अमेरिका के मुख्य वातार्कार भारत आ रहे हैं। वे बातचीत करेंगे ताकि पता चल सके कि आगे क्या स्थिति बनती है।

वार्ता को लेकर ये बोले विशेष सचिव

भारत के मुख्य वातार्कार और वाणिज्य मंत्रालय में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि यह छठे दौर की वार्ता नहीं है, लेकिन इसमें व्यापार वार्ता पर चर्चा हो रही है और यह देखने का प्रयास किया जा रहा है कि हम भारत और अमेरिका के बीच किस प्रकार किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं? भारत और अमेरिका साप्ताहिक आधार पर वर्चुअल माध्यम से चर्चा में लगे हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि अब तक चर्चा चल रही थी, लेकिन हम ज्यादा प्रगति नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि समग्र वातावरण अनुकूल नहीं था। मंगलवार की वार्ता को छठे दौर की वार्ता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, लेकिन इसमें भविष्य की कार्रवाई पर निर्णय लिया जा सकता है।

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