अमेरिका न केवल जापान से टैरिफ वसूलेगा, बल्कि अमेरिकी उत्पादों के लिए जापान को खोलने होंगे अपने बाजार

US-Japan Trade Deal (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अपने दूसरे कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप ने जो सबसे बड़ा कदम उठाया है वह है अमेरिका की व्यापार नीति में बदलाव। इस बदलाव के चलते अमेरिकी राष्टÑपति ने न केवल दूसरे देशों पर भारी भरकम टैरिफ लगाया बल्कि नए व्यापार समझौते करने के लिए भी देशों को बाध्य किया जिससे उसे लाभ हो सके। अपनी इसी नीति के चलते अमेरिका ने पिछले सप्ताह सबसे बड़ा व्यापार समझौता जापान से किया है। हालांकि पहले जापान ने इस समझौते से इनकार कर दिया लेकिन बाद में उसने अमेरिका की शर्तें मानते हुए व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए।

अमेरिका अब जापान से इतना टैरिफ वसूलेगा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आधिकारिक तौर पर अमेरिका-जापान व्यापार समझौते को लागू करने वाला एक कार्यकारी आदेश जारी किया है। व्हाइट हाउस ने बताया कि इस समझौते के तहत जापान से आने वाले लगभग सभी सामानों पर अमेरिका में 15 प्रतिशत आधारभूत टैरिफ (कर) लागू किया जाएगा। साथ ही, जापान ने अमेरिका में 550 बिलियन डॉलर का निवेश करने पर सहमति दी है।

इस आदेश में बताया गया है कि यह समझौता अमेरिका और जापान के बीच व्यापारिक रिश्तों के नए दौर की शुरूआत करेगा, जो दोनों देशों के हितों और बराबरी के सिद्धांतों पर आधारित होगा। इसके तहत अमेरिका लगभग सभी जापानी आयातों पर 15 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा, जबकि कुछ खास क्षेत्रों जैसे आॅटोमोबाइल, विमान निर्माण, दवाइयां और प्राकृतिक संसाधनों पर अलग नियम लागू होंगे।

अमेरिका से रक्षा उपकरण खरीदेगा जापान

बता दें कि इस समझौते के बाद जापान अमेरिका से वाणिज्यिक विमान और रक्षा उपकरण भी खरीदेगा। इसके अलावा, जापान अमेरिका को कृषि, ऊर्जा, वाहन और अन्य उद्योगों में बाजार खोलने का मौका देगा। ऐसे में खास बात यह है कि जापान अमेरिका से प्रति वर्ष करीब 8 बिलियन डॉलर के चावल, मकई, सोयाबीन, उर्वरक और जैव इथेनॉल जैसी कृषि वस्तुएं खरीदने को तैयार है।

जापान की निवेश योजना अमेरिका के लिए अवसर

ट्रंप के कार्यकारी आदेश के बाद व्हाइट हाउस ने बताया कि जापान की यह 550 बिलियन डॉलर की निवेश योजना अमेरिकी नौकरियां बढ़ाएगी और घरेलू उत्पादन को मजबूत करेगी। यह समझौता अमेरिकी उत्पादकों के लिए बेहतर बाजार बनाएगा, राष्ट्रीय सुरक्षा का ध्यान रखेगा और अमेरिका का जापान के साथ व्यापार घाटा कम करने में मदद करेगा। गौरतलब है कि यह घोषणा ऐसे समय हुई है जब जापान के मुख्य व्यापार वातार्कार अकाजावा रियोसेई तीन दिन के लिए वॉशिंगटन पहुंचे हैं ताकि व्यापार संबंधों को और मजबूत किया जा सके।

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