रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
Business News Update (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिका ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने की कोशिश के तहत रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन प्रतिबंधों में अमेरिका में रोसनेफ्ट और लुकोइल की सभी संपत्तियों को जब्त करना भी शामिल है। अमेरिका की इस सख्ती के बाद गुरुवार को वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 4 फीसदी से ज्यादा उछाल दिखा। ज्ञात रहे कि अमेरिका रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त कराने की बात कहते हुए लगातार रूस पर दबाव बना रहा है। इतना ही नहीं अमेरिका ने यूरोपीय संघ और यहां तक की भारत को भी रूस से कच्चा तेल खरीदने से भी मना कर रहा है।
प्रतिबंध से निवेशकों की बढ़ी चिंता
सेबी-पंजीकृत आॅनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा कि रूसी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों ने यह चिंता भी बढ़ा दी है कि भारत को रियायती रूसी कच्चे तेल की खरीद कम करनी पड़ सकती है और महंगे विकल्पों की ओर रुख करना पड़ सकता है, इससे आयात बिल और मुद्रास्फीति की संभावना पर दबाव पड़ सकता है।
एनरिच मनी के सीईओ ने आगे कहा कि संभावित भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर आशावाद के चलते बाजार पहले भाग में तेजी से चढ़ा, लेकिन अंत तक अपनी अधिकांश बढ़त गंवा दी, क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज में भारी गिरावट आई, क्योंकि कंपनी ने कथित तौर पर रूसी तेल आयात को पुनर्गठित करने की योजना का संकेत दिया था।
इस तरह रहा विश्व के प्रमुख बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजारों में मध्य सत्र में मिश्रित रुख के साथ कारोबार हो रहा था। बुधवार को अमेरिकी बाजार नकारात्मक दायरे में बंद हुए।
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