• पुलिस हर ऐंगल से कर रही जांच, मेयर ने बिना सुरक्षा के पार्क खोलने पर अधिकारियों को घेरा

Ambala News| अंबाला । सिटी महावीर पार्क की झील में आज दो लड़कियां डूब गई। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत लड़कियों को बाहर निकालने के लिए चुन्नियों और कपड़ों को बांधकर रस्सी बनाई लेकिन झील में गाद जमी होने के कारण लड़कियों को निकालने में काफी समस्या आई।

जिसके बाद वहां मौजूद कुछ युवक झील में उतरे और दोनों लड़कियों को बाहर निकाला। जिसके बाद दोनों लड़कियों को लोगों ने सीपीआर देकर बचाने का प्रयास किया। इतने में डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची और दोनों लड़कियों को अपनी गाड़ी में डालकर सिटी सिविल अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

दोनों युवतियांं शहर के एक कंप्यूटर सेंटर में कोर्स कर रही थी और 11 बजे सेंटर से निकली थी। एक युवती की पहचान सिटी शिवपुरी (गीतानगरी) की रहने वाली अंजलि पुत्री रमेश और दूसरी की पहचान पंजाब बसौली की रहने वाली जसमीन कौर पुत्री बलविंदर सिंह के रूप में हुई है। दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

वहीं इस हादसे के बाद सिटी पार्क को बंद कर दिया गया। वहीं पुलिस का कहना है कि अभी जांच की जा रही है। वहीं युवतियों के परिजनों का कहना था कि दोनों ही युवतियां पढ़ाई में काफी होशियार थी। उन्होंने बताया कि दोनों तय समय पर संस्थान में पहुंचती थी।

डायल-112 ने 3 मिनट में लड़कियों को अस्पताल पहुंचाया

सूचना मिलते ही डायल 112 मौके पर पहुंच गई और कार्रवाई करते हुए दोनों बच्चियों को अपनी गाड़ी में डालकर सिविल अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। डायल-112 में तैनात एसआई महेंद्र सिंह, ड्राइवर सीएच इंद्र सिंह व एसएस कुलदीप सिंह, पुलिस चौकी 3 से होमगार्ड की महिला कर्मी मधु, मात्र 3 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गए और महावीर पार्क से मात्र 2 मिनट में डायल 112 सिविल अस्पताल पहुंच गई थी।

सिटी महावीर पार्क में असुविधाओं का ढेर, नहीं है कोई सुरक्षा गार्ड

महावीर पार्क में असुविधाओं का ढेर लगा हुआ है। पार्क में जगह-जगह से ग्रील टूटी हुई है, जिसके कारण कोई भी कहीं से पार्क में आ जा सकता है। वहीं जिस जगह दोनों युवतियां झील में गिरी उस जगह ग्रील फर्श के लेवल से भी नीचे थी। जिससे कोई भी झील में गिर सकता है। यहां सवाल उठता है कि जब पार्क का दोबारा निर्माण किया जा रहा था और मिटटी डालकर फर्श को ऊंचा किया जा रहा था तो उस जगह ग्रील को ऊंचा करके क्यों नहीं लगाया गया।

यदि ग्रील ऊंची लगी होती तो शायद यह हादसा टल सकता था। वहीं पार्क में कहीं कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं है और न ही सीसीटीवी लगे हैं। जिससे पार्क में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाए। वहीं नगर निगम की तरफ से पार्क में बोटिंग शुरू करने के लिए बोटस लाई गई हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि बिना किसी तैयारी के, झील को साफ किए यहां बोटिंग कैसे हो सकती है और यदि बोटिंग के दौरान कोई हादसा होगा तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। ये सब सवाल है जिनका जवाब प्रशासन को देना होगा ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों।

लापरवाही से हुुआ हादसा, मामले की हो जांच-मेयर शैलजा

वहीं जब इस मामले में जब मेयर शैलजा सचदेवा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पार्क अभी पूरी तरह तैयार नहीं था और जगह-जगह से जालियां भी टूटी हुई है। ऐसे में बिना सुरक्षा गार्ड्स के पार्क को खोलना अनुचित है। निगम के अधिकारियों की लापरवाही से पार्क खुला रहा और यह हादसा हुआ।

उन्होंने यह भी बताया कि करोड़ों की लागत से तैयार हो रहे इस पार्क को लेकर अधिकारी गंभीर नहीं है और यह हादसा हुआ है। इस मामले की जांच की जानी चाहिए और बिना सुरक्षा पार्क खोलने की अनुमति देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हो सकें।

विधायक निर्मल सिंह ने भी पार्क के निर्माण पर उठाए थे सवाल

इससे पहले अंबाला शहर के कांग्रेसी विधायक निर्मल सिंह ने भी विजिलेंस को शिकायत दी थी। विधायक निर्मल सिंह ने अपने पत्र में बताया था की पिछले 10 वर्षों से इन दोनों स्थलों के नाम पर सरकारी खजाने से लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। लेकिन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और कार्यान्वयन की स्थिति शर्मनाक है। उन्होंने घटिया सामग्री के उपयोग, निर्माण मापदंडों की अनदेखी और सरकारी धन के खुले दुरुपयोग का आरोप लगाया था ।

निर्मल सिंह के आरोप के बाद आज एंटी करप्शन की टीम महावीर पार्क में पहुंची और वहां जाकर बारीकी से न केवल एक-एक चीज को खंगाला बल्कि सैंपल भी लिए थे। एंटी करप्शन की टीम ने माना कि काम प्लानिंग के हिसाब से नहीं हुआ है लिहाजा उन्होंने नगर निगम से इससे संबंधित दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं और जैसे-जैसे विजिलेन्स की जांच आगे बढ़ेगी आगामी कार्रवाई कर दी जाएगी।

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