(Ambala News) अंबाला। धन-धन श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी पर्व को इस बार पूरे देश-विदेश में पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में गत दिवस पंथ के महान कथावाचन ज्ञानी शेर सिंह जी 94994-59987 की तरफ से शहीदी पर्व मनाने के लिए और गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाओं का प्रचार करने के लिए गुरुद्वारा शहीद गंज से गुरधाम यात्रा आरंभ की। यह यात्रा गुरुद्वारा शीशगंज साहिब अंबाला, गुरुद्वारा पातशाही नौंवी, गुरुद्वारा सुढल सुढेल, गुरुद्वारा पंज तीरथी साहि, गुरुद्वारा झगुड़ी साहिब, गुरुद्वारा थड़ा साहिब झीवरहेड़ी, गुरुद्वारा बनी बदरपुर साहिब, गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब समालखा, गुरुद्वारा मनीअनपुर साहिब , गुरुद्वारा सलेमपुर साहिब, गुरुद्वारा पातशाही नौंवी कुरुक्षेत्र, गुरुद्वारा लंगर छन्नी साहिब होती हुई गुरुद्वारा मंजी अंबाला शहर में संपन्न हुई।
गुरुद्वारा मंजी साहिब पहुंंचने पर गुरुधाम यात्रा का किया स्वागत
गुरुद्वारा मंजी साहिब पहुंचने पर इस यात्रा का श्री गुरु हरिगोबिंद साहिब सेवा सोसाइटी की तरफ से प्रधान टीपी सिंह, चेयरमैन मनजीत सिंह बब्बू, हरभजन सिंह , जगजीत सिंह, मनजीत सिंह बब्बू, गिफ्टी सिंह, सुरजीत सिंह, प्रितपाल सिंह, ग्रंथी सतनाम सिंह, गुरदयाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, सहित अन्य ने स्वागत किया। इस दौरान टीपी सिंह ने बताया कि गुरधाम यात्रा का सुबह गुरुद्वारा शीशगंज साहिब में स्वागत किया गया था।
उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान ज्ञानी शेर सिंह जी ने उन सभी गुरुद्वारा साहिब में जाकर गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाओं का प्रचार किया, जहां गुरु तेग बहादुर जी स्वयं आए थे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सिख कमेटी की तरफ से उन सभी स्थानों पर समागम करवाए जा रहे हैं, जहां शहादत से पहले गुरु साहिब ने संगतों को दर्शन दिए थे। वहीं हरियाणा में एचएसजीएमसी की तरफ से पंजाब के साथ लगते गुरु तेग बहाुदर जी की चरण छोह प्राप्त स्थानों पर नगर कीर्तन निकाल संगत को गुरु जी की शिक्षाओं के बारे में बताया जा रहा है।