Amit Shah Inaugurated All India Presidents Conference, (आज समाज), नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली विधानसभा के पहले अखिल भारतीय अध्यक्ष सम्मेलन का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित किया। सम्मेलन दो दिन चलेगा और इसमें देश भर की राज्य विधानसभाओं के अध्यक्षों के साथ-साथ छह राज्यों की विधान परिषदों के अध्यक्ष व उप-सभापति भी शामिल होंगे।

संसद और विधानसभाओं के कामकाज को बाधित करना अनुचित

अमित शाह ने अपने संबोधन में संसद और विधानसभाओं के कामकाज को विपक्ष द्वारा अपने लाभ के लिए बाधित करने को अनुचित बताया। गृह मंत्री ने संसद के पहले निर्वाचित भारतीय अध्यक्ष विट्ठलभाई पटेल को भी इस दौरान श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, लोकतंत्र में बहस होनी ही चाहिए। विधानसभाएं या संसद चर्चा और बहस की जगह हैं, लेकिन संकीर्ण राजनीतिक फायदे के लिए सदन को बाधित करना ठीक नहीं है।

संसद का मानसून सत्र कई दफा बाधित हुआ

गृह मंत्री ने कहा, विपक्ष के विरोध के चलत इस बार भी संसद का मानसून सत्र कई दफा बाधित हुआ और इसके परिणामस्वरूप इस दौरान सदन में बहुत कम काम हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि संसद में जब सीमित चर्चा अथवा बहस होती है, तो इससे राष्ट्र के निर्माण में सदन का योगदान प्रभावित होता है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा लोकतंत्र में बहस अथवा चर्चा जरूर होनी चाहिए। ये स्थान इसी मकसद के लिए हैं।

विपक्ष को हमेशा संयम बरतना चाहिए

उन्होंने कहा, लेकिन किसी के छोटे से राजनीतिक लाभ के लिए, विपक्ष के नाम पर सदन अथवा विधानसभा में काम न होने देना अनुचित है। अमित शाह ने कहा, विपक्ष को हमेशा संयम बरतना चाहिए। इस पर देश को विचार करना होगा। देश की जनता को भी इस पर सोचना चाहिए और निर्वाचित प्रतिनिधियों को तो इस पर अवश्य विचार करना होगा। गृह मंत्री ने कहा कि सभी चर्चाओं में सार्थकता होना जरूरी है व सभी को अध्यक्ष पद की गरिमा व सम्मान बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए।

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