• आपरेटरों के लिए कोई कार्रवाई न करने की सिफारिश

(आज समाज)/अहमदाबाद, नई दिल्ली: गुजरात के अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना से पहले उड़ान संख्या 171 के दोनों इंजनों को ईंधन देने वाले दोनों स्विच बंद कर दिए गए थे। 12 जून को ई दुर्घटना की पहली जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इसमें बताया गया है कि दोनों इंजनों को ईंधन देने वाले दोनों स्विच बंद कर दिए गए थे, जिसके बाद उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड पश्चात विमान एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

पायलटों के बीच हुआ था यह सवाल-जवाब

रिपोर्ट के अनुसार एक पायलट ने पूछा कि उसने ईंधन क्यों बंद किया था, तो दूसरे ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया था। बता दें कि बोइंग 787 से जुड़ी यह पहली घातक दुर्घटना थी, जिसमें कुल 260 लोग मारे गए थे। विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी की मृत्यु हो गई। जांच ब्यूरो की प्रारंभिक रिपोर्ट में बोइंग 787-8 विमानों के आपरेटरों के लिए फिलहाल कोई कार्रवाई न करने की सिफारिश की गई है।

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सह-पायलट उड़ा रहा था विमान

जिस समय विमान ने उड़ान भरी, उस समय सह-पायलट विमान उड़ा रहा था, जबकि कैप्टन निगरानी कर रहा था। रिपोर्ट में कहा गया है, विमान ने लगभग 08:08:42 UTC पर 180 नॉट्स आईएएस की अधिकतम दर्ज की गई हवाई गति प्राप्त की और उसके तुरंत बाद, इंजन 1 और इंजन 2 के ईंधन कटआफ स्विच 01 सेकंड के अंतराल के साथ एक के बाद एक RUN से कटआफ स्थिति में परिवर्तित हो गए।

ईंधन बंद होने से इंजन अपने टेक-आफ मान से कम होने लगे

रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही इंजनों को ईंधन की आपूर्ति बंद हुई, इंजन N1 और N2 अपने टेक-आफ मान से कम होने लगे। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग में, एक पायलट दूसरे से पूछता हुआ सुनाई देता है कि उसने कटआफ क्यों किया। दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया। विमान ने 08:08:39 UTC (13:38:39 IST) पर उड़ान भरी और लगभग 08:09:05 UTC (13:39:05 IST) पर एक पायलट ने ”MAYDAY MAYDAY MAYDAY’ संदेश प्रसारित किया।

रिपोर्ट में कहा गया है, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसीओ) ने कॉल साइन के बारे में पूछताछ की। उन्हें कोई जवाब नहीं मिला, लेकिन उन्होंने विमान को हवाई अड्डे की सीमा के बाहर दुर्घटनाग्रस्त होते देखा और आपातकालीन प्रतिक्रिया सक्रिय कर दी। उड़ान भरने के लगभग 30 सेकंड बाद हुए इस घातक विमान हादसे की रिपोर्ट में, AAIB ने यह भी कहा कि विमान में ईंधन भरने के लिए इस्तेमाल किए गए बोजर और टैंकों से लिए गए ईंधन के नमूनों का नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA ) प्रयोगशाला में परीक्षण किया गया और वे संतोषजनक पाए गए।

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