सिर में रॉड मारकर उतारा मौत के घाट, नहर में फेंका शव
Aditya Murder Case Update, (आज समाज), सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में आदित्य मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। आदित्य की हत्या उसी के दोस्त ने की थी। पुलिस ने आदित्य के पड़ोसी सांदल कलां निवासी विश्वामित्र को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि विश्वामित्र ने 20 हजार रुपए के लेन-देन में आदित्य को फोन कर बुलाया था। घर से आने के आधे घंटे बाद ही सिर में रॉड मारकर हत्या कर दी। फिर किराए की गाड़ी से उसके शव को पश्चिमी यमुना नहर में फेंक दिया।

11 दिसंबर की रात को आदित्य का शव दिल्ली की मुंडका नहर से बरामद हुआ। 12 दिसंबर को परिवार ने शव की पहचान की। इसके बाद गांव में उसका अंतिम संस्कार किया गया। केस में एक लड़की का भी एंगल है, लेकिन अभी पुलिस इसकी जांच कर रही है। आज आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

विश्वामित्र ने फोन कर आदित्य को बुलाया

डीसीपी प्रबीना पी. ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि 10 दिसंबर को आदित्य अपनी ड्यूटी पूरी कर घर लौटा था। दोपहर करीब 2 बजे के आसपास उसके पास उसके पड़ोसी और दोस्त विश्वामित्र का फोन आया। विश्वामित्र ने उसे पैसे देने की बात कहकर अपने घर बुलाया। आदित्य ने घर से निकलते समय अपनी बाइक की चाबी अपने पिता सोमपाल को दी और बताया कि वह थोड़ी देर में लौट आएगा।

20 हजार के लेन-देन को लेकर दोनों के बीच हुई कहासुनी, लोहे की रॉड से सिर पर किए वार

आदित्य करीब 2 बजे अपने घर से विश्वामित्र के घर के लिए निकला था। इसके लगभग आधे घंटे के भीतर करीब 2:30 बजे विश्वामित्र ने आदित्य की हत्या कर दी। दोनों के बीच पहले से पैसों का लेन-देन था। 20 हजार देने की बात को लेकर दोनों में कहासुनी और गाली-गलौज हुई। आदित्य का सिर लोहे की ग्रिल से टकराया, जिसके बाद गुस्से में आकर विश्वामित्र ने लोहे की रॉड से उसके सिर पर कई वार किए, जिससे मौके पर ही आदित्य की मौत हो गई।

आदित्य के मोबाइल से दोस्त को भेजे मैसेज

पुलिस के मुताबिक, दोनों में दोस्ती होने के कारण विश्वामित्र को आदित्य के मोबाइल का पासवर्ड पता था। इसी का फायदा उठाकर विश्वामित्र ने आदित्य के मोबाइल से उसके दोस्त शिवम के पास मैसेज भेजे। सबसे पहले मोबाइल की बैटरी खत्म होने का मैसेज भेजा गया, ताकि परिवार रात में उसकी तलाश न करे और पुलिस में शिकायत दर्ज न हो सके। इस दौरान उसे शव ठिकाने लगाने का समय मिल गया।

शाव को कट्टे में पैक कर पश्चिमी यमुना नहर में फेंका

हत्या के बाद रात करीब 8 बजे विश्वामित्र ने आदित्य के शव को घर से लाए गए कट्टे में पैक किया। उसने एक गाड़ी किराए पर ली और शव को उसी गाड़ी में रखकर गांव बड़वासनी के पास स्थित पश्चिमी यमुना नहर में फेंक दिया। इसके बाद वह सामान्य तरीके से गांव में ही मौजूद रहा और लोगों की गतिविधियों पर नजर रखता रहा।

परिवार और पुलिस को गुमराह करने के लिए भेजे मैसेज

11 दिसंबर को विश्वामित्र ने परिवार और पुलिस को और गुमराह करने के लिए आदित्य के दोस्त शिवम के मोबाइल पर मारपीट वाले फोटो और वीडियो भेजे। इसके साथ ही फिरौती जैसी पोस्ट तैयार कर भेजी गई, ताकि मामला किसी बड़े गिरोह द्वारा अपहरण और हत्या का लगे। जबकि, केस में फिरौती वाला कोई एंगल नहीं था।

घर से दोस्त विश्वामित्र को किया गिरफ्तार

12 दिसंबर को पता चला कि आदित्य का शव दिल्ली की मुंडका नहर में है। शव की बरामदगी के बाद पुलिस ने टेक्निकल इंटेलिजेंस, कॉल डिटेल और मैसेज ट्रैकिंग के आधार पर जांच तेज की और शक की सुई विश्वामित्र पर जाकर टिक गई। इसके बाद टीम ने विश्वामित्र को घर से ही गिरफ्तार कर लिया।

ऐसे पकड़ में आया आरोपी

बेहद चालाकी से पुलिस और परिवार को गुमराह करने की कोशिश कर रहा हत्यारोपी दीवार पर हुए पिंक वाइट वॉश से पकड़ा गया। आदित्य को उसके दोस्त व पड़ोसी विश्वामित्र ने जिस कमरे में रखा, उसकी दीवार पर गुलाबी रंग का वाइट वॉश था। आदित्य के परिवार से फिरौती मांगने के लिए विश्वामित्र ने इसी कमरे से वीडियो बनाकर भेजा था।

आदित्य 10 दिसंबर को दोपहर में गायब हुआ था, जबकि रात तक उसके मोबाइल की लोकेशन गांव में ही मिली। इसी आधार पर पुलिस को शक था कि मामले में किसी जान पहचान वाले या नजदीकी का ही हाथ है। पुलिस ने जब वीडियो में नजर आ रही दीवार के रंग की पहचान करवाई तो यह विश्वामित्र के कमरे की निकली।

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