1 सितंबर से शुरू होंगी बसों के लिए बुकिंग, पीपीपी मोड पर बिहार सरकार शुरू करेंगी बस सेवा
Haryana To Bihar AC Bus Service (आज समाज) चंडीगढ़: अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में वोटर्स को लुभाने के लिए बिहार सरकार में एक अहम फैसला लिया है। सरकार पीपीपी मोड पर हरियाणा से बिहार तक एसी बस सर्विस शुरू करने जा रही है। इन एसी बसों को संचालन अगले माह 20 सितंबर से किया जाएगा। बसों में सीट बुकिंग की सर्विस 1 सितंबर से शुरू हो जाएगा।

छठ, दीपावली और दुर्गा पूजा को देखते हुए लोगों को सुगम व सस्ता परिवहन उपलब्ध के उद्देश्य से सरकार ने यह कदम उठाया है। आपको बता दें कि बिहार से बहुत से लोग काम की तलाश हरियाणा सहित पड़ोसी राज्य पंजाब और दिल्ली में काम की तलाश में आते है।

त्योहारों पर ये लोग घरों की और लौटने लगते है। हरियाणा और पंजाब से बिहार के लिए सीधी बस सर्विस नहीं है। इन लोगों को ट्रेनों में सफर करना पड़ता है, लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण ट्रेनों में सीट नहीं मिल पाती।

योजना पर 36.35 करोड़ रुपए किए जाएंगे खर्च

इसके अलावा अक्टूबर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने है। सरकार दूसरे प्रदेशों से बिहार के लोगों को लाकर सुर्खियां बटोरना चाहती है। ताकि लोगों के बीच सरकार के प्रति अच्छी अवधारणा बने। हालांकि सरकार ने इस योजना को हर साल लागू करने का निर्णय लिया है। सरकार की इस योजना पर 36.35 करोड़ रुपए होंगे खर्च

दिल्ली और यूपी से भी चलेंगी बसें

एक सितंबर से इन बसों के लिए बुकिंग शुरू होगी। बसों का संचालन 20 सितंबर से 30 नवंबर तक किया जाएगा। बिहार से ये बस सेवाएं पटना, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गया और पूर्णिया से डेली दिल्ली, गाजियाबाद, गोरखपुर, लखनऊ, कोशांबी और हरियाणा के गुरुग्राम, पंचकूला, अंबाला, चंडीगढ़, पानीपत के लिए चलेंगी।

निजी बस आॅपरेटरों के साथ सरकार ने 5 साल के लिए किया अनुबंध

इस योजना को लागू करने के लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम और निजी आॅपरेटरों के बीच पांच साल का अनुबंध किया गया है। जिससे दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले बसों संख्या और कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

सरकार की ओर से इंटर स्टेट परिवहन सेवा देने वाले निजी बस आॅपरेटरों को प्रोत्साहित करने के लिए पीक सीजन में प्रति सीट 150 रुपए और आॅफ सीजन में प्रति सीट 300 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी।

इन जिलों में सबसे ज्यादा प्रवासी, भाजपा ने कार्यकर्ताओं को सौंपी जिम्मेदारी

हरियाणा के 12 जिले ऐसे हैं जहां बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं। पार्टी ने जिन जिलों की पहचान की है, उनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं। भाजपा ने इन प्रवासियों से संपर्क करने के लिए कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है।

ये भी पढ़ें : हम बिहार में वोट चोरी नहीं होने देंगे : राहुल गांधी