Aadhaar Fraud Alert : आधार कार्ड जिसके बिना आज के समय आपका कोई भी कार्य चाहे वह निजी हो या सार्वजनिक नहीं हो सकता है। आधार कार्ड सिर्फ़ एक पहचान पत्र नहीं रह गया है। बैंकिंग कार्य से लेकर किसी भी सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए भी आपको आधार कार्ड की जरुरत पड़ती है।
लेकिन, आधार की बढ़ती उपयोगिता के साथ ही नकली आधार कार्ड का ख़तरा भी तेज़ी से बढ़ा है। ऐसे में आम नागरिक के लिए असली और नकली आधार कार्ड की पहचान करना बहुत ज़रूरी हो गया है।
अच्छी बात यह है कि UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने आधार कार्ड की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई टूल और फ़ीचर लॉन्च किए हैं, जिनकी मदद से आप खुद भी नकली आधार कार्ड की पहचान कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे आप चंद सेकंड में असली और नकली आधार में अंतर कर सकते हैं, ताकि आप धोखाधड़ी से बच सकें।
QR कोड से आधार को सत्यापित करें
- हर आधार कार्ड पर एक अनोखा QR कोड छपा होता है, जिसे UIDAI ने सत्यापन के लिए डिज़ाइन किया है। यह आधार कार्ड की प्रामाणिकता की जाँच करने का एक त्वरित और विश्वसनीय तरीका है।
- सबसे पहले UIDAI का आधिकारिक आधार QR स्कैनर ऐप डाउनलोड करें। यह ऐप Google Play Store पर मुफ़्त में उपलब्ध है।
- ऐप खोलने के बाद आधार कार्ड पर छपे QR कोड को स्कैन करें।
- अगर आधार कार्ड असली है, तो ऐप तुरंत UIDAI डेटाबेस से मिलान करके आपके आधार से जुड़ी सभी जानकारी (जैसे नाम, जन्मतिथि, पता और लिंग) स्क्रीन पर दिखाएगा।
- नकली आधार कार्ड में, QR कोड या तो काम नहीं करेगा या स्कैन करने पर गलत जानकारी दिखाएगा।
UIDAI की वेबसाइट से ऑनलाइन आधार सत्यापन
आप UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट (uidai.gov.in) पर किसी भी आधार नंबर को ऑनलाइन सत्यापित कर सकते हैं। यह उन स्थितियों के लिए बहुत उपयोगी है, जहाँ आपके पास QR स्कैनर ऐप नहीं है या आप सीधे वेबसाइट से जाँच करना चाहते हैं।
- UIDAI की वेबसाइट पर जाएँ।
- होमपेज पर, आपको यह विकल्प “आधार नंबर सत्यापित करें” या “आधार सेवाएँ” अनुभाग में मिलेगा। इस टूल पर क्लिक करें।
- दिए गए बॉक्स में 12 अंकों का आधार नंबर डालें और कैप्चा कोड भरें।
- “सत्यापन” बटन पर क्लिक करें।
- यदि आधार नंबर असली है, तो स्क्रीन पर “आधार नंबर मौजूद है” संदेश दिखाई देगा, साथ ही उस आधार नंबर से जुड़े व्यक्ति की आयु सीमा, लिंग और राज्य भी दिखाई देगा।
- यदि आधार नंबर नकली है या मौजूद नहीं है, तो एक त्रुटि संदेश दिखाई देगा।
नकली आधार कार्ड की पहचान कैसे करें
नकली आधार कार्ड अक्सर फ़ोटोशॉप जैसे सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके बनाए जाते हैं, और उनमें कुछ सामान्य गलतियाँ या विसंगतियाँ होती हैं जिन्हें आप ध्यान से देखकर पहचान सकते हैं:
- नाम, जन्म तिथि या पते में अक्सर टाइपिंग की गलतियाँ या वर्तनी की गलतियाँ होती हैं।
- आधार नंबर में गलत अंक हो सकते हैं या गलत प्रारूप में हो सकते हैं (जैसे 12 अंकों से कम या ज़्यादा)।
- QR कोड या तो मौजूद नहीं हो सकता है, स्कैन करने पर काम नहीं करेगा, या गलत जानकारी प्रदर्शित करेगा।
- आधार कार्ड पर UIDAI का लोगो धुंधला हो सकता है या सही तरीके से नहीं लगा हो सकता है।
- नकली आधार कार्ड की प्रिंटिंग क्वालिटी अक्सर खराब होती है, रंग फीके पड़ सकते हैं या प्लास्टिक कोटिंग असमान हो सकती है।
- अक्सर फोटो धुंधली या कम क्वालिटी की हो सकती है।
- अगर आपको किसी आधार कार्ड पर ऐसा कुछ दिखाई दे तो तुरंत सावधान हो जाएं और ऊपर बताए गए तरीकों से इसकी पुष्टि करें।
ई-आधार का इस्तेमाल करें
UIDAI अब डिजिटल आधार को भी वैध पहचान प्रमाण के तौर पर स्वीकार करता है। ई-आधार पीडीएफ को UIDAI की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह डिजिटल सिग्नेचर के साथ आता है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम हो जाती है। अगर कोई आपको आधार कार्ड दिखाता है तो उससे ई-आधार दिखाने का अनुरोध करें। ई-आधार पीडीएफ में डिजिटल सिग्नेचर चेक करें। अगर सिग्नेचर वैध है तो इसका मतलब है कि आधार असली है।
नकली आधार कार्ड से बचने के उपाय
नकली आधार कार्ड से बचने और अपनी पहचान सुरक्षित रखने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए:
- कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपना आधार नंबर या फोटोकॉपी न दें।
- अगर कोई संस्था या व्यक्ति आधार कार्ड मांगता है तो उसे वेरिफिकेशन के बाद ही दें और उसकी प्रामाणिकता सुनिश्चित करें।
- जब भी संभव हो, “मास्क्ड आधार” का उपयोग करें, जिसमें पूरा आधार नंबर दिखाई नहीं देता, केवल अंतिम 4 अंक दिखाई देते हैं। आप इसे UIDAI की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।
यह भी पढ़े : NPS News Rules : सरकार ने NPS सिस्टम में किया बदलाव आम लोगो को भी मिलेगा फायदा