फीस जमा न कराने पर 34 छात्रों के नाम काटे, स्कूल में आने से रोकने के लिए बाउंसर किए तैनात
Delhi Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में एक प्राइवेट स्कूल द्वारा अपने ही छात्रों के साथ एक शर्मनाक हरकत करने का मामला सामने आया है। इस मामले में स्कूल ने न केवल हाइकोर्ट और शिक्षा निदेशालयों का उल्लंघन किया बल्कि बच्चों के मौलिक अधिकारों का हनन करते हुए उन्हें शिक्षा के अधिकार से वंचित करने की कोशिश की है।
यह मामला दिल्ली पब्लिक स्कूल द्वारका का है। यहां पर बढ़ी हुई वार्षिक फीस का भुगतान न करने पर 34 छात्रों का नाम काटकर उन्हें स्कूल से बाहर कर दिया। आरोप है कि छात्रों के स्कूल में प्रवेश करने से रोकने के लिए बाउंसर भी लगा दिए हैं। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आप ने साधा सरकार पर निशाना
उधर, आम आदमी पार्टी ने अपने आॅफिशियल एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट डालते हुए लिखा कि बच्चों को स्कूल में आने से रोकने के लिए बीजेपी के शिक्षा माफिया ने बाउंसर लगाए है। अब बस यही देखना बाकी रह गया था। आप ने लिखा कि क्च्ै द्वारका ने पहले 34 छात्रों को स्कूल से बाहर निकाल दिया और अब स्कूल के बाहर बाउंसर तैनात कर दिए हैं। आप की एक्स पोस्ट के अनुसार, यह बाउंसर किसी की सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने से रोकने के लिए तैनात किए गए हैं। दिल्ली में निजी स्कूलों और शिक्षा माफिया की हिम्मत अब सातवें आसमान पर पहुंच गई है। उन्हें मालूम है कि दिल्ली में अब जनता की नहीं माफिया की सरकार है।
हमारे समय में कभी ऐसा नहीं हुआ : केजरीवाल
वहीं, दिल्ली के पूर्व सीएम व आप पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट डाली है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि आप के समय में ऐसा कभी नहीं होने दिया गया। कोई भी स्कूल छात्रों को निकाल नहीं सकता था। आप सरकार हमेशा छात्रों और अभिभावकों की सुरक्षा के लिए खड़ी रही। डीपीएस द्वारका द्वारा बच्चों के नाम काटे जाने पर अभिभावक भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ अभिभावकों का तो यह भी कहना है कि साल में सैलरी सिर्फ 3-4 प्रतिशत बढ़ती है, जबकि स्कूल 100 फीसदी फीस बढ़ाने में लगे हुए हैं। उनका कहना है कि इस समय दिल्ली के स्कूलों ने पूरी लूट मचा रखी है।
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