कपूरथला के महाराजा जगजीत सिंह का नाम आज भी बेमिसाल लग्ज़री, शान और शाही शान-शौकत की निशानी के तौर पर याद किया जाता है।
उनकी लाइफस्टाइल इतनी शानदार थी कि दूर-दूर से लोग सिर्फ उनके शानदार रहन-सहन को देखने के लिए आते थे।
महाराजा जगजीत सिंह की पगड़ी किसी शाही नज़ारे से कम नहीं थी। माना जाता है कि इस पर दुनिया का सबसे बड़ा पीला नीलम जड़ा हुआ था, यह रत्न इतना चमकदार होता है कि इसे दूर से ही पहचाना जा सकता है।
नीलम के अलावा, उनकी पगड़ी में लगभग 3,000 हीरे और मोती जड़े हुए थे, जिससे एक ऐसा माहौल बनता था जो हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता था।
जब भी वह ट्रैवल करते थे, तो उनके साथ लगभग 60 लुई विटॉन ट्रंक होते थे, जो कपड़ों, जूतों, परफ्यूम और पर्सनल चीज़ों से भरे होते थे—शाही स्टैंडर्ड के हिसाब से भी यह एक अनसुनी लग्ज़री थी।
छोटी उम्र से ही जगजीत सिंह मोटापे से जूझते थे। जब वह सिर्फ़ 19 साल के थे, तब उनका वज़न 120 किलोग्राम से ज़्यादा हो गया था, जिससे रोज़ के छोटे-मोटे काम भी मुश्किल हो जाते थे।
अपनी लाइफस्टाइल को मैनेज करने के लिए, उन्होंने इंदर सिंह नाम के एक गैजेटेड ऑफिसर को रखा, जिसकी एकमात्र ज़िम्मेदारी महाराजा के पायजामे की डोरी बांधना और खोलना था। ऑफिसर को इस खास काम के लिए अच्छी सैलरी मिलती थी।