कहते हैं, जहां प्यार होता है, वहां नाराज़गी भी ज़रूरी होती है, लेकिन कुछ बातें ऐसी होती हैं जो गुस्से में कह दी जाएं तो प्यार भरे रिश्ते को भी चकनाचूर कर सकती हैं।
रिश्तों में थोड़ी बहस, नाराज़गी या मतभेद सामान्य बात है, लेकिन अगर शब्दों पर कंट्रोल न हो तो ये छोटी-सी बात बड़ा तूफान बन सकती है।
अगर आप अपने रिश्ते को मजबूत और खूबसूरत बनाए रखना चाहते हैं, तो जानिए वो 5 बातें जो आपको कभी भी गुस्से में अपने पार्टनर से नहीं कहनी चाहिए।
बार-बार "तुम हमेशा ये करते हो", "तुम कभी नहीं बदलोगे" जैसी बातें कहना रिश्ते को धीरे-धीरे खत्म करने जैसा है। इससे पार्टनर को लगेगा कि आप उसकी अच्छाइयों को नहीं देखते, सिर्फ गलती पकड़ते हैं।
यह बात जताना कि सिर्फ आप ही रिश्ते में मेहनत कर रहे हैं, सामने वाले को छोटा महसूस करा सकती है। इसे ताने की तरह कहना रिश्ते को तोड़ सकता है।
गुस्से में पुरानी बातों को दोहराना यानी अतीत की राख से चिंगारी निकालना। इससे झगड़ा और बढ़ता है और सामने वाला महसूस करता है कि आपने पुरानी बातों को कभी भुलाया ही नहीं।
ऐसी बातें किसी की भी आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा सकती हैं। तुलना रिश्ते को खत्म करने का सबसे तेज़ तरीका है। इससे सामने वाला खुद को बेकार समझने लगता है।
गुस्से में या जलाने के इरादे से किसी और की तारीफ करना, जैसे “वो तो तुमसे कहीं बेहतर है”, रिश्ते में दरार ला सकता है। यह ईगो को गहरी चोट पहुंचाता है और विश्वास को कमजोर कर देता है।