पंजाब पुलिस ने प्रदेश भर में की छापेमारी, 52 एफआईआर दर्ज, 71 नशा तस्कर किए गिरफ्तार, आरोपियों से 20,920 रुपए की ड्रग मनी भी की गई बरामद

Chandigarh Crime News (आज समाज), चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर चलाए गए युद्ध नशों विरुद्ध अभियान के 281वें दिन पंजाब पुलिस ने आज 204 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके बाद पूरे राज्य में 52 एफआईआर दर्ज कर 71 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही 281 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 39,580 हो गई है। इन छापों के परिणामस्वरूप गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 834 ग्राम हेरोइन, 1.5 किलो अफीम, 281 नशीली गोलियां और 20,920 रुपए की ड्रग मनी बरामद की गई है।

पांच सदस्यीय सबकमेटी कर रही निगरानी

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और एसएसपी को पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार द्वारा नशों के खिलाफ युद्ध की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी भी गठित की गई है। इस आॅपरेशन के दौरान 47 गजटिड अधिकारियों की निगरानी में 700 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 100 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्यभर में 204 स्थानों पर छापे मारे।

उन्होंने आगे बताया कि पूरे दिन चले इस आॅपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 224 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की। यह भी उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने राज्य में नशों के उन्मूलन के लिए तीन-स्तरीय रणनीति-एन्फोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ईडीपी)-लागू की है, और इस रणनीति के तहत पंजाब पुलिस ने आज 38 व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास उपचार लेने के लिए तैयार किया है।

पांच पिस्तौल सहित एक हथियार तस्कर पकड़ा

काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) अमृतसर ने पाकिस्तान-समर्थित हथियार तस्करी मॉड्यूल के एक सदस्य को पांच आधुनिक पिस्तौलों सहित गिरफ्तार कर गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने देते हुए बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान तरनतारन जिला के गांव खालड़ा निवासी संदीप सिंह के रूप में हुई है। उसके पास से चार .30 बोर पिस्तौल (मैगजीन सहित) और एक 9 मिमी पिस्तौल (मैगजीन सहित) बरामद की गई है। पुलिस टीमों ने अपराध में उपयोग की जा रही संदिग्ध की रॉयल एनफील्ड (बुलेट) मोटरसाइकिल भी जब्त की है, जिसे हथियारों की ढुलाई के लिए इस्तेमाल किया जाता था।