शराबबंदी के प्रस्ताव के लिए 10 फीसदी मतदाताओं की सहमति जरूरी
Jind News (आज समाज) जींद: हरियाणा के जींद के 5 गांव शराबबंदी के समर्थन में आए है। इन 5 गांवों ने शराबबंदी का प्रस्ताव पास कर आबकारी एवं कराधान विभाग के पास भेजा है। पिछले सप्ताह इन ग्राम पंचायतों को सुनवाई के लिए रिकार्ड लेकर मुख्यालय बुलाया गया था। कमिशनर के सामने पंचायतों ने अपना तर्क रखा। जो भी ग्राम पंचायत विभाग के नियमों पर खरा उतरेगी, 11 जून के बाद शुरू होने वाले सत्र में उस गांव में शराब ठेका नहीं खुलेगा।

जिन गांवों ने प्रस्ताव भेजा है उनमें बहबलपुर, झमौला, देवरड़, रामकली और जलालपुर खुर्द गांव की पंचायत शामिल है। इन पंचायतों ने 10 प्रतिशत मतदाताओं की सहमति के बाद प्रस्ताव को आबकारी एवं कराधान विभाग के पास भेजा।

पुलिस से मांगा गया गांवों का रिकार्ड

अब पिछले सप्ताह छह मई को प्रस्ताव भेजने वाली पंचायतों को पंचकूला में कमिशनर के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया। ग्राम पंचायत अपना रिकार्ड लेकर गई और शराब ठेके के कारण होने वाले नुकसान को बताते हुए शराब ठेका बंद करने का तर्क दिया। मुख्यालय ने सभी के तर्क सुनने के बाद विभाग का फीडबैक और पुलिस से गांवों का रिकार्ड मांगा है। एक सप्ताह में मख्यलाय द्वारा फाइनल कर दिया जाएगा कि अगले सत्र में किन गांवों में शराबबंदी होगी।

यह है शराबबंदी के नियम

विभाग के नियमों के अनुसार जिस भी गांव में पिछले 2 साल में एक बार भी अवैध शराब की बिक्री का मामला पकड़ा गया तो शराब ठेका बंद करने की अनुमति नहीं मिलेगी। अगर गांव में गुरुकुल होगा, तो उस गांव में शराब का ठेका नहीं खुलेगा। इसके अलावा स्कूल और मंदिर से लगभग 150 मीटर क्षेत्र में शराब ठेका नहीं खोले जान का नियम है। वर्तमान सत्र में केवल बहबलपुर गांव में ही शराबबंदी है।

नियमों पर खरा उतरने वाली पंचायतों में नहीं खुलेंगे शराब के ठेके

जींद में आबकारी एवं कराधान विभाग के डीइटीसी पुनीत शर्मा ने बताया कि जिले में शराबबंदी के लिए पांच ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव भेजे थे। प्रस्ताव भेजने वाली सभी पंचायतों की मुख्यालय पर सुनवाई हो चुकी है। जो भी ग्राम पंचायत विभाग के नियमों पर खरा उतरेगी, वहां शराब ठेका नहीं खोला जाएगा। इसके अलावा शराब ठेकों के नए सत्र को लेकर टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

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