खराब मौसम के चलते अभी भी करीब एक हजार श्रद्धालू फंसे, शिविरों में लंगर की कमी, राशन समाप्त

Manimahesh Yatra 2025 Update (आज समाज), भरमौर : पवित्र मणिमहेश यात्रा पर गए देश भर के श्रद्धालुओं पर इस साल का मानसून आफत लेकर आया है। हालात यह हैं कि बारिश और आॅक्सीजन की कमी के साथ-साथ भूस्खलन भी श्रद्धालुओं के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। यही कारण है कि अभी तक इस यात्रा पर गए 20 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में चंबा जिले में 14 अगस्त से 31 अगस्त तक यात्रा के दौरान 20 मौतें हुई हैं।

यात्रा से लौटे श्रद्धालू ने भयावह स्थिति की बयान

प्राकृतिक आपदा के बीच भरमौर उपमंडल में खाद्य सामग्री की कमी हो गई है। भरमौर में श्रद्धालुओं के लिए लगने वाले लंगरों में भी अब खाद्य सामग्री नहीं बची है। महज शनिदेव मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोग श्रद्धालुओं को खाना खिलाने के साथ चायपान करवा रहे हैं। यह खुलासा भरमौर से पैदल 50 किलोमीटर का सफर तय कर जांघी पहुंचे पठानकोट निवासी साहिल महाजन ने किया।

अभी भी 12 सौ श्रद्धालु फंसे हुए

उन्होंने कहा कि भरमौर उपमंडल में वर्तमान समय में 1,200 के करीब श्रद्धालु कमरों में ठहरे हुए हैं। इसमें बच्चों वाले परिवारों ने भरमौर से चंबा को पैदल कूच करने के लिए सीधे तौर पर मना कर दिया है। अब महज युवा ही अपने दम पर भरमौर से चंबा की ओर पैदल रुख कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले में मौसम का रुख नहीं बदला तो आगामी दिनों में भरमौर में फंसे श्रद्धालुओं को खाने के लाले पड़ सकते हैं। भरमौर में श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए लंगरों में खाद्य सामग्री का खत्म होना इसकी मुख्य वजह है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि भरमौर में सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं।

ये भी पढ़ें : Punjab Breaking News : पंजाब में बाढ़ से 1.75 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद