1.38 करोड़ रुपए की साइबर ठगी के मामले की जांच कर रहे थ पुलिसकर्मी
Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में 1.38 करोड़ रुपए की साइबर ठगी के मामले की जांच से जुडे 3 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। सस्पेंड किए गए पुलस कर्मियों पर ठगी के मामले में जांच के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप है। मामले में अब विभागीय जांच कराई जाएगी। सस्पेंड किए गए पुलिस कर्मियों में 2 सब इंसपेक्टर और 1 कांस्टेबल शामिल है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सिंतबर 2024 में सेक्टर-21सी निवासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना एनआईटी में शिकायत दी थी कि साइबर ठगों ने बीते साल 29 सितंबर को उससे शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर अलग-अलग समय पर 1 करोड़ 38 लाख रुपए की ठगी कर ली। रुपए ठगने के लिए आरोपियों ने शिकायतकर्ता से ऐप भी डाउनलोड करवाया था। बाद में एनआईटी साइबर अपराध थाना पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया था।
डीसीपी सेंट्रल उषा कुंडू को फाइल रिव्यू के दौरान मिली खामी
साइबर थाना एनआईटी में तैनात सब इंस्पेक्टर अनूप, पीएसआई विकास कुमार और कांस्टेबल आजाद कर रहे थे। फरीदाबाद पुलिस डीसीपी ऊषा ने इस केस की फाइल रिव्यू के दौरान खामी पाई। आरोप है कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आने पर डीसीपी सेंट्रल उषा कुंडू ने रिपोर्ट बनाकर पुलिस उपायुक्त मुख्यालय को इन पर कार्रवाई के लिए भेजी। जिसके बाद इन तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
डीसीपी हेडक्वार्टर ने जारी किए आदेश
फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि तीनों पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में लापरवाही बरते जाने की जानकारी मिली थी। इस पर डीसीपी सेंट्रल ऊषा ने अपने स्तर पर जांच की थी। इसमें एनआईटी साइबर अपराध थाने में तैनात रहे सब-इंस्पेक्टर अनूप, विकास और सिपाही आजाद की भूमिका संदिग्ध नजर आई थी। इस पर डीसीपी ने उनके निलंबन की सिफारिश की थी। इसके बाद डीसीपी हेडक्वार्टर अभिषेक जोरवाल ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
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