Echo of Hyderabad gang rape from road to parliament, rape accused should be handed over to the crowd – Jaya Bachchan: Hyderabad gang rape from street to parliament, rape accused should be handed over to the crowd – Jaya Bachchan: सड़क से संसद तक हैदराबाद गैंगरेप की गूंज, बलात्कार के आरोपियों को भीड़ के हवाले कर देना चाहिए-जया बच्चन

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नई दिल्ली। हैदराबाद में हुई गैंगरेप की घटना ने निर्भया के बाद फिर से पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ पहले गैंग रेप हुआ और उसके बाद उसे उसे जलाकर मार दिया गया। इस घटना ने फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं कि इस देश में महिलांए सुरक्षित जीवन नहीं जी सकती हैं क्या? घर से निकली बेटी के लिए मां को हर पल यह डर रहे कि पता नहीं बेटी आज घर वापस आएगी या नहीं? घटना ने देश को झंकझोर कर रख दिया है। लोकसभा में भी इस घटना की गूंज तेजी से सुनाई दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, ‘देश में जो घटनाएं घट रही हैं उसपर संसद भी चिंतित है। मैंने प्रश्नकाल के बाद इस पर चर्चा की अनुमति दी है।’ हैदराबाद मामले में लोकसभा में 12 बजे चर्चा शुरु हुई। राज्यसभा में भी इस घटना पर चर्चा हुई। सभी का आक्रोश इस घटना पर देखने को मिला। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस मामले उठाया। उन्होंने राज्य सरकार से इससे सख्ती से निपटने के लिए कहा। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश में जो घटनाएं घट रही हैं उनपर संसद भी चिंतित है। महिला सांसदों का गुस्सा इस घटना को लेकर संसद में देखने को मिला। समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने हैदराबाद घटना पर कहा, ‘मुझे लगता है कि यह समय ऐसा है जब लोग चाहते हैं कि सरकार उचित और निश्चित जवाब दे।

इस तरह के हैवानों (दुष्कर्म और हत्या के आरोपी) को जनता को सौंप दो और इनकी पीट-पीटकर हत्या कर दो। सरकार बताए कि निर्भया और कठुआ कांड में क्या हुआ?’ हैदराबाद की घटना पर एआईएडीएमके की सांसद विजिला सत्यनाथ ने कहा, ‘देश महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। इस अपराध को करने वाले चार आरोपियों को 31 दिसंबर से पहले मौत की सजा दी जानी चाहिए। एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाई जानी चाहिए। न्याय में देरी अन्याय होता है।’ कांग्रेस सासंद अमी याज्निक ने राज्यसभा में हैदराबाद की घटना को लेकर कहा, ‘मैं सभी प्रणालियों, न्यायपालिका, विधायी, कार्यकारी और अन्य प्रणालियों से अनुरोध करती हूं कि वे एक साथ आएं ताकि सामाजिक सुधार हो सके। इसे आपातकालीन आधार पर किया जाना चाहिए।’कानून बनाने से हल नहीं होगी समस्या कोई भी सरकार या नेता नहीं चाहता कि उनके राज्य में इस तरह की घटना घटे। यह समस्या केवल कानून बनाने से हल नहीं होगी। ऐसे कृत्यों को जड़ से खत्म करने के लिए, ऐसे अपराधों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है।

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