नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत मिल जाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नवी आजाद ने सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें राज्य के लोगों की चिंता है और वापस आकर वह शीर्ष अदालत के समक्ष अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। बता दें कि इसके पहले वह तीन बार जम्मू-कश्मीर जाने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं मिली। सोमवार को गुलाम नवी आजाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे भी चिंता है कि जम्मू-कश्मीर में टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं होनी चाहिए। लेकिन उससे पहले प्राथमिकता यह है कि लोग जिंदा रहने के लिए कमाएं और अपने परिवार को खिलाएं।’ उन्होंने दावा किया, ‘बीजेपी के नेताओं को छोड़कर दूसरे दलों के नेताओं को नजरबंद किया गया। कौन आवाज उठाएगा? इसलिए मैं उच्चतम न्यायालय की शरण में गया। सरकार इसको लेकर चिंतित नहीं है।’ आजाद ने कहा, ‘मैंने जम्मू-कश्मीर जाने की कोशिश की थी लेकिन मुझे वापस भेज दिया गया। मैंने बिल्कुल नहीं कहा है कि अपने परिवार से मिलने जा रहा हूं। परिवार की भी चिंता है, लेकिन इससे ज्यादा मेरी लोगों के बारे में चिंता है कि वो क्या खा रहे हैं, क्या पी रहे हैं।’उन्होंने कहा, ‘मैं पूरे राज्य का दौरा करना चाहता था, लेकिन मुझे कुछ स्थानों पर जाने की अनुमति मिली है। मैं उच्चतम न्यायालय का धन्यवाद करता हूं। जो भी रिपोर्ट लाऊंगा वो न्यायालय के समक्ष रखूंगा।’ बता दें कि आजाद को जम्मू-कश्मीर जाने की अनुमति देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह वहां कोई राजनीतिक रैली ना करें। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली एक पीठ ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री को जम्मू, अनंतनाग, बारामूला और श्रीनगर जाने और लोगों से बातचीत करने की अनुमति दी है।
Sign in
Welcome! Log into your account
Forgot your password? Get help
Password recovery
Recover your password
A password will be e-mailed to you.