So that no one is hungry … 65 thousand food packets are being distributed daily in the district…ताकि कोई भूखा ना रहे…जिला में रोज बांटे जा रहे हैं 65 हजार खाने के पैकेट

0
220

गुरुग्राम। जिला के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कोई भी गरीब व्यक्ति खाली पेट ना सोए, इसके लिए रोजाना जिला प्रशासन द्वारा 60 से 65 हजार फूड पैकेट बंटवाए जा रहे हैं। गुरुग्राम के उपायुक्त अमित खत्री ने मंगलवार की देर सायं फेसबुक लाइव के माध्यम से पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कही।

उन्होंने कहा कि हमें जिला वासियों पर गर्व है कि जिला के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लोगों द्वारा दिल खोल कर गरीब लोगों की मदद की जा रही है। उन्होंने कहा यदि फिर भी जिला में लोग अपने घर के आस-पास ऐसे गरीब लोगों को देखते हैं जिन तक खाना नहीं पहुंच पा रहा है, उसके लिए जिला प्रशासन के पोर्टल द्वारा संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अथवा संस्था अपना योगदान खाना देने में देना चाहती है तो वह इस बारे में जानकारी इस पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लोगों की मदद के लिए टीमों का गठन किया गया है जिसकी डिटेल जल्द ही सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस वेबसाइट के माध्यम से हमारा यही प्रयास रहेगा कि जरूरतमंद लोगों तक जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके।

मूवमेंट पास बनवाने के लिए उपयुक्त हो कारण

मूवमेंट पास बनाने संबंधी प्रश्न का जवाब देते हुए उपायुक्त अमित खत्री ने कहा कि मूवमेंट पासेज का रिस्पांस टाइम 6 घंटे रखा गया है। इस अवधि के दौरान जिला प्रशासन द्वारा मूवमेंट करने वाले व्यक्ति से संपर्क किया जाता है। यदि 24 घंटे के दौरान व्यक्ति को कोई रिस्पांस नहीं मिलता तो इसका कारण स्पष्ट है कि व्यक्ति का मूवमेंट पास रिजेक्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मूवमेंट पास को रिजेक्ट करने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार व्यक्ति जल्दबाजी में मूवमेंट पास के लिए अप्लाई कर देता है और आवश्यक दस्तावेज अटैच करना भूल जाता है। इसके अलावा यदि व्यक्ति द्वारा दिया गया कारण उपयुक्त नहीं है तो भी मूवमेंट पास का आवेदन रिजेक्ट कर दिया जाता है। श्री खत्री ने बताया कि जल्द ही जिला प्रशासन द्वारा एक अन्य फीचर भी मूवमेंट पास को लेकर ऐड किया जा रहा है जिसमें मूवमेंट पास की एप्लीकेशन रिजेक्ट होने संबंधी कारणों का उल्लेख भी किया जाएगा।

अत्यंत बुजुर्ग, वरिष्ठ नागरिकों के लिये ही मेड व नौकरों के पास

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा मेड या नौकरों के लिये मूवमेंट पास बनवाने संबंधी प्रश्न पूछे जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि लॉकडाउन के दौरान केवल उन बुजुर्ग वरिष्ठ नागरिकों तथा जरूरतमंद लोगों के लिये ही मेड अथवा नौकर के पास बनाए जाते हैं जिनकी पूर्णतया निर्भरता इन पर है। इस अवधि के दौरान सोशल डिस्टेंसिग बनाकर रखनी अत्यंत आवश्यक है, इसलिए जरूरी है कि लोग इस दौरान एहतियात बरतें।

वाजिब कारण होगा तभी सीमा में एंट्री

उपायुक्त अमित खत्री ने कहा कि कई बार लोगों द्वारा यह प्रश्न पूछा जाता है कि गुरुग्राम जिला में बनने वाले मूवमेंट पास को क्या हम दिल्ली, गाजियाबाद या हरियाणा प्रदेश की सीमा से लगते अन्य राज्यों में जाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं या नही। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि व्यक्ति द्वारा दिया गया कारण बहुत जरूरी है तो ही उसे प्रदेश की सीमा से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी। यदि इस दौरान व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार का झूठ बोला जा रहा है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही भी हो सकती है।

नहीं बख्शेंगे जमाखोरी करने वालों को

खाद्य सामग्री के निर्धारित दरों से अधिक रेट वसूलने संबंधी सवाल का जवाब देते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कालाबाजारी और जमाखोरी को रोकने के लिए जिला के चारों जोन में अलग अलग टीमों का गठन किया गया है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कायज्वाही की जा रही है, जो इस परिस्थिति का नाजायज फायदा उठाते हुए ग्राहकों से ज्यादा रेट वसूलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों से प्राप्त शिकायतों तथा अन्य गुप्त सूचनाओं के आधार पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की टीम द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी की जा रही है। जमाखोरी करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है और आगे भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी।

SHARE